बेटे पंकज सिंह के डीजी बीएसएफ बनने पर यूपी के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह को गर्व, कहा- वह खरे उतरेंगे
यूपी के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह प्रकाश सिंह बताते हैं कि उनते बेटे पंकज सिंह आइपीएस बनने से पूर्व रेलवे सेवा में गए थे। लेकिन पंकज सिंह के भीतर पिता की तरह वर्दी पहनकर समाज व देश की सेवा करने का जज्बा था।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। एक पिता को अपने पुत्र से हमेशा उम्मीदें रहती हैं। अब ऐसा सुखद संयोग भी है। कभी डीजी बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह के आइपीएस पुत्र पंकज सिंह उसी कुर्सी पर बैठे हैं। पंकज सिंह के डीजी बीएसएफ बनने के बाद पिता प्रकाश सिंह को पूरा भरोसा है कि बेटा सरहद की सुरक्षा करने के साथ ही बल के आधुनिकीकरण की दिशा में अहम कदम बढ़ाएगा।
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह कहते हैं कि जब लड़के बड़े हो जाएं तो उन्हें सलाह नहीं देनी चाहिए। वह उन्हें संस्कार व मूल्य दे चुके हैं। पंकज सिंह एक कर्मठ पुलिस अधिकारी हैं और अपने कर्तव्यों के निर्वहन में बीएसएफ में भी खरे उतरेंगे।
पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह प्रकाश सिंह बताते हैं कि पंकज सिंह आइपीएस बनने से पूर्व रेलवे सेवा में गए थे। रेलवे में उनकी नौकरी लगने पर परिवार बेहद खुश था। लेकिन, पंकज सिंह के भीतर पिता की तरह वर्दी पहनकर समाज व देश की सेवा करने का जज्बा था। उन्होंने फिर सिविल सेवा परीक्षा दी और उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा में हो गया। पंकज सिंह ने बिना पिता की राय लिए और उन्हें बिना बताए ही आइपीएस बनने का निर्णय कर लिया था।
प्रकाश सिंह कहते हैं कि बेटे के इस निर्णय की जानकारी होने पर पहले बेटे को पुलिस की नौकरी की चुनौतियों के बारे में बताया। वह चाहते थे कि उनके बड़े भाई (पंकज सिंह के अपने ताऊ जी) की तरह पंकज रेलवे अधिकारी की नौकरी करें। लेकिन, पंकज ने पिता की तरह खाकी पहनी। पुलिस सुधार के लिए हमेशा काम करते रहे प्रकाश सिंह कहते हैं कि उन्होंने डीजी बीएसएफ के पद पर रहते हुए जो निर्णय लिए थे, वह उन परिस्थतियों के अनुरूप थे। समय के साथ समस्याएं व चुनौतियां बदल गई हैं।
उन्हें पूरा भरोसा है कि पंकज सिंह बीएसएफ के और आधुनिकीकरण के लिए बेहतर कदम उठाएंगे। सीमा की सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही तस्करी की घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाएंगे। उन्होंने डीजी बीएसएफ रहते हुए जो काम किया था, वह बेटे को कदम-कदम पर दिखाई व सुनाई पड़ेगा। कहते हैं कि उन्हें बेटे के डीजी बीएसएफ बनने पर गर्व है।