आपका उपवन भी हो सकता है नंबर वन, पौधरोपण से लेकर देखभाल के यहां ले टिप्स
राजभवन में दो दिन उठाए फूलों की प्रदर्शनी का लुत्फ। 15 और 16 फरवरी को निर्णायक मंडल देगा नंबर। 22 व 23 फरवरी को राजभवन में लगेगी प्रदर्शनी।
लखनऊ, जेएनएन। राजभवन में वार्षिक शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी की तैयारी शहर के तमाम उपवन में होती दिख रही है। मेजबानी कर रहे राजकीय उद्यान आलमबाग में भी इसे लेकर तैयारियां चरम पर हैं। कंपटीशन के लिए तैयार हो रहे उपवन में सफेद व लालरंग के गुलाब के फूलों के साथ ही सजावटी पौधों को आकार दिया जाने लगा है।
हर कोई प्रकृति के बीच रहना चाहता है। रंगबिरंगे फूल और हरियाली सभी को भाते हैं। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी जुड़ा है। साल भर जो लोग गार्डन को संवारने और तैयार करने में समय बिताते हैं, ऐसे लोगों के लिए राजभवन में लगने वाली यह प्रदर्शनी खास होती है।
12 फरवरी तक कंपटीशन में पंजीयन कराने का अवसर था। 15 और 16 फरवरी को इन बगीचों की उत्कृष्टता परीक्षा होगी। इसके बाद राजभवन में 22 और 23 फरवरी को होने वाली प्रदर्शनी में परिणाम घोषित होगा। 63 श्रेणियों में प्रतियोगिता होगी। राजकीय उद्यान आलमबाग के अधीक्षक डॉ. जेआर वर्मा ने बताया कि व्यक्तिगत वर्ग के साथ ही और सरकारी, अर्धसरकारी और पब्लिक पार्को के बीच प्रतियोगिता होगी। 15 और 16 फरवरी को निर्णायक मंडल फैसला करेगा। प्रदर्शनी में नगर निगम, लखनऊ विकास प्राधिकरण, कारागार के अलावा आवास विकास परिषद के साथ ही हर साल बागवान, पान किसान और मधुमक्खी पालक भी पुष्प प्रदर्शनी में हिस्सा लेंगे।
मौसमी फूलों की दिखेगी बहार
प्रदर्शनी में लाल, सफेद और पीले रंग के गुलाबों के साथ ही मौसमी फूल दर्शकों को अपनी ओर खींचेंगे। जाड़े में लगाए जाने वाले फूल लीलीयम, कैंडीटफ, ग्लैडिओलस, बिगोनिया, हॉली हॉक, एंटरहिनम, डेजी, आर्कटोटिस, एस्टर, कॉसमॉस, डहेलिया, कार्नेशन, सालविया, पैंजी व सिनरेरिया लोगों को अपनी ओर खींचेगा।
आपको मिलेगी पौधारोपण की जानकारी
आपके पास गार्डन की जगह नहीं है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। वर्टिकल गार्डन के माध्यम से भी आप अपने घर को सुंदर बना सकते हैं। राजकीय उद्यान में इसका भी प्रदर्शन किया गया है। पौधरोपण से लेकर उनकी देखभाल के टिप्स भी शौकीनों को दिए जा रहे हैं। पंजीयन के लिए आने वाले लोगों को खिले फूलों को संवारने और नई खिलने वाली कलियों को बचाने की भी जानकारी दी जा रही है।
इनका रखें ध्यान
- अगर गमले में पौधा लगाना है तो गमले के बॉटम में जहां पानी निकलने की जगह बनी होती है वहां पॉट के टूटे हुए टुकड़े या छोटे पत्थर जरूर रखें जिससे पानी के साथ मिट्टी का पोषण बाहर न निकले।
- मिट्टी और खाद को ठीक से मिलाएं और फिर इस मिश्रण को गमले में भरें। इसके बाद मनचाहा पौधा लगाएं।
- गमले का एक तिहाई हिस्सा खाली रहना चाहिए ताकि पानी डालने पर इसमें ऊपर से मिट्टी और खाद बहकर न निकले।
- जब भी कोई भी बीज रोपें, इसके इसके आकार की दोगुना मोटी मिट्टी के नीचे तक ही भीतर डालें। ऐसा न करने पर इसका अंकुर फूटने में लंबा वक्त लगेगा।
- फूल-पौधों के साथ वक्त गुजारना और बागवानी अपने आप में ही एक अच्छा व्यायाम है।
- फूलों और हरियाली के बीच रहने से नींद न आने की समस्या भी दूर हो जाती है।
- प्रदर्शनी के दौरान आपको शहद के साथ ही अन्य प्राकृतिक उत्पाद भी देखने को मिलेंगे।
- जेलों में उगाई जाने वाली सब्जियां भी प्रदर्शनी में नजर आएंगी।
इनकी हो रही तैयारी
परिवर्तन चौक के पास सिब्तैनाबाद का गार्डन संवारा जा रहा है तो बड़े और छोटे इमामबाड़े के अंदर बने उपवन को नया रंग दिया जा रहा है। नगर निगम की ओर से भी महानगर और इंदिरानगर स्थित पार्को को कंपटीशन के लिए तैयार किया जा रहा है। हर वर्ग में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान दिया जाएगा।