जीएसटी कार्यालय में आग, अहम दस्तावेज जले
कार्यालय के प्रथम तल स्थित अधिकरण कार्यालय में तड़के तीन बजे हुआ हादसा, अग्निकांड में प्रदेश भर
कार्यालय के प्रथम तल स्थित अधिकरण कार्यालय में तड़के तीन बजे हुआ हादसा, अग्निकांड में प्रदेश भर के व्यापारियों की वाद संबंधी हजारों अपीलीय फाइलें जली
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। हजरतगंज मीराबाई मार्ग स्थित जीएसटी (वाणिज्यकर) कार्यालय के प्रथम तल पर स्थित जिला जज के अधिकरण (ट्रिब्यूनल) कामर्शियल टैक्स कार्यालय में शनिवार तड़के करीब तीन बजे आग लग गई। कार्यालय में रखी प्रदेश भर के व्यापारियों की वाद से संबंधित हजारों अपीलीय फाइलें और दस्तावेज जलकर राख हो गए। एक साल में दूसरी बार हादसा हुआ। दमकल कर्मियों ने तीन घंटे बाद आग पर काबू पा लिया।
मीराबाई मार्ग स्थित जीएसटी कार्यालय के प्रथम तल स्थित अधिकरण कार्यालय से शनिवार तड़के आग की लपटें निकलने लगीं। लोगों ने कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी। हजरतगंज फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियां और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। दमकल कर्मी बीए (ब्रीदिंग आपरेटस सेट) लगाकर अंदर कार्यालय में दाखिल हुए । कार्यालय की खिड़कियों में लगे शीशे ताबड़तोड़ धमाकों के साथ फटने लगे। बताया जा रहा है कि अग्निकांड के दौरान कार्यालय में अलमारी के अंदर और टेबल पर रखीं हजारों फाइलें जलकर राख हो गए। यह फाइलें प्रदेश भर के व्यापारियों के विभाग में चल रहे अपीलीय वाद से संबंधित थीं। इसके अलावा कर्मचारियों और अधिकारियों की सेवा से संबंधित भी फाइलें यहां रखी थीं। गत वर्ष हुए अग्निकांड में भी नष्ट फाइलों का भी नहीं तैयार हो सका खाका
गत वर्ष 15 जून को कार्यालय स्थित पांचवे तल पर सी विंग के सेक्टर 14, 15 और 16 में आग लगी थी। यहां पर भी रखे पुराने रिकार्ड के अलावा सेवा से संबंधित फाइलें और अपीलीय वादों से जुड़े दस्तावेज जले थे। नष्ट हुए उन दस्तावेजों का भी विभाग अबतक खाका नहीं तैयार कर पाया है। वहीं, सेक्टर 14, 15 और 16 में अभी भी कार्यालय के नवीनीकरण का काम चल रहा है। यहां पर बैठने वाले कर्मचारी और अधिकारी अन्य कार्यालयों में बैठकर अपना काम चला रहे हैं। अक्सर स्थानांतरण के समय ही लगती है आग
विभाग के कर्मचारी नेता सुरेश यादव का कहना है कि विभाग में अक्सर स्थानांतरण के समय ही अग्निकांड जैसे हादसे होते हैं। उन्होंने बताया कि मई और जून में विभाग में अधिकारियों के स्थानांतरण होते हैं। ऐसी स्थिति में गत वर्ष जून में अग्निकांड हुआ था। पिछले अग्निकांड की जांच ठंडे बस्ते में चली गई। कर्मचारी नेता के मुताबिक विभाग में 200-250 ऐसे लोगों का आना जाना है जो बाहरी हैं। यह लोग विभाग क्यों और कैसे आते हैं। इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं है। कई बार अधिकारियों से इनके संबंध में कार्रवाई करने की बात भी उठाई गई पर कोई सुनवाई नहीं हुई। ध्वस्त पड़े हैं फायर फाइटिंग उपकरण
कार्यालय में लगे फायर फाइडिंग उपकरण ध्वस्त पडे हुए हैं। बताया जा रहा है कि वर्ष 2011 में लाखों रुपये खर्च कर विभाग में फायर फाइटिंग व्यवस्था को दुरुस्त कराने के लिए ठेका दिया गया था। लाखों खर्च कर पूरी इमारत में स्प्रिंकलर लगाए गए थे। फायर अलार्म लगाए जा रहे थे। पर फिलहाल सब धवस्त पड़े हैं।
'शार्ट सर्किट से तड़के ट्रिब्यूनल जिला जज कार्यालय में आग लगी थी। अग्निकांड में अपीलीय फाइलें जली हैं। मामले की जांच की जा रही है।' बीडी द्विवेदी एडिशनल कमिश्नर जीएसटी चीफ फायर अफसर अभय भान पांडेय ने बताया कि 'परिसर में लगे फायर फाइटिंग उपकरण खराब पड़े हुए हैं। अग्निकांड के दौरान फाइलें और कुछ दस्तावेज जले हैं। संभवत: आग शार्ट सर्किट से लगी थी। पर आग के कारणों की जांच की जा रही है।