FIR March: सपा नेता आजम के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने पहुंचे अमर सिंह
सपा नेता आजम खान के खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में तहरीर दी गई है। अमर सिंह ने आजम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
लखनऊ (जेएनएन)। सपा नेता आजम खान के खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने आजम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने अमर सिंह के गोमतीनगर थाने पहुंचने के बाद एफआइआर दर्ज की। उल्लेखनीय है कि बुलंदशहर में अमर सिंह ने कहा था कि आजम खां के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए दिल्ली से लखनऊ तक की यात्रा पर निकले हैं। बुलंदशहर फीरोजाबाद और कन्नौज आदि पड़ावों से होते हुए अमर सिंह शाम को लखनऊ पहुंचे।
बेटियों तक पर तेजाब डालने जैसा बयान
अमर सिंह ने पत्रकारों से कहा है कि पिछले दिनों आजम खां ने उनकी बेटियों तक पर तेजाब डालने जैसा बयान दिया। पत्नी पर भी टिप्पणी की थी। इस कारण आजम खां के खिलाफ कार्रवाई को उन्हें एफआइआर यात्रा निकालनी पड़ रही है। वह लखनऊ पहुंचकर तहरीर देंगे। अमर सिंह ने मंगलवार को आजम खां पर निशाना साधा था। फीरोजाबाद में हिंदू युवा वाहिनी के कार्यक्रम में अमर सिंह ने कहा था कि, 'मी टू' अभियान चल रहा है। यदि जयाप्रदा थाने चली गईं तो आजम जेल रोड वाले आवास से सीधे जेल जाएंगे।
परिवार से समझौता नहीं गठबंधन की बात
कन्नौज में अमर सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव अपने परिवार से समझौता नहीं कर रहे। वह गठबंधन पर हर तरह का समझौता मायावती से करने की बात कह रहे हैं। इन दिनों मुलायम सिंह फुटबॉल बने हुए हैं। कभी अखिलेश के साथ दिखते हैं तो कभी शिवपाल के साथ। देखना होगा कि यह फुटबॉल किस नेट में जाकर सेट होता है। पत्रकारों से गठबंधन को मजबूरी बताते हुए कहा, अखिलेश यादव, राम गोपाल और उनके बेटे को ही टिकट मिला तो वह तीन सीटों पर ही गठबंधन कर लेंगे। जिसकी वजह सपा से रीढ़ की हड्डियां अलग हो चुकी हैं। सपा-बसपा के संभावित गठबंधन के बारे में कहा, अगर मुलायम सिंह अखिलेश के साथ चले गए तो क्या मायावती अपने साथ होने वाले सीलहरण और चीरहरण के प्रयास को भूल पाएंगी। गठबंधन की बात किसी से चलती है, मायावती चली किसी के साथ जाती हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ जाते-जाते जोगी के साथ राजनीति की जोगिन बनी तो हरियाणा में चौटाला का साथ पकड़ा। कहा, बसपा को बनाया भाजपा ने है। बुरे वक्त में उनके साथ सरकार बनाकर भाजपा ने बसपा को संजीवनी दी थी। ईश्वर मायावती को बुद्धि दे और वह मोदी जी की शरण मे चली जाएं।