CAA Protest in Lucknow: पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी समेत कई के खिलाफ एफआइआर, कैंडल मार्च निकालने पर लिया एक्शन
लखनऊ में सीएए को लेकर घंटाघर पर कैंडल मार्च निकालने पर पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी समेत कई पर एफआइआर।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ में घंटाघर पर सीएए के विरोध में कैंडल मार्च निकालने पर पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी समेत कई लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई है। सोमवार को सआदतगंज में प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया है जिसमें पुलिस सभी के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) से कनेक्शन भी खंगाल रही है।
बता दें कि सीएए और एनआरसी के विरोध में रविवार को पूर्व राज्यपाल अज़ीज़ कुरैशी, मेराज हैदर, परवीन तल्हा, सैय्यद ज़रीन सहित महिलाओं व बच्चों ने कैंडल मार्च निकाला था। ये मार्च लोहिया चौराहे से 1090 तक निकाला गया था। पुलिस ने कैंडल मार्च को रोकने की हर मुमकिन कोशिश की थी। इसके बाद सोमवार देर रात पूर्व राज्यपाल अज़ीज़ कुरैशी, महफूज, सलमान मंसूरी, वली मोहम्मद रहनुमा खान, प्रियंका मिश्र, सुनील लोधी समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 144 सीआरपीसी का उल्लंघन करने में मामला दर्ज किया गया है। एफआइआर में कहा गया है कि कुरैशी करीब 40 समर्थकों के साथ डिगडिगा चौराहे से फन माल की ओर जाने वाली सड़क पर कैंडल मार्च की अगुवाई कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोका और बताया कि शहर में धारा 144 लागू है, लेकिन वह फिर भी नहीं माने। एनआरसी और सीएए के विरोध में पोस्टर और तख्तियां लेकर सभी नारेबाजी करने लगे।
चार अन्य लोगों पर भी दर्ज हुआ मुकदमा
घंटाघर पर चल रहे प्रदर्शन में दो दिन पूर्व टेंट लगाकर बवाल करने का प्रयास करने वाले तीन लोगों को ठाकुरगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें हसनगंज निवासी मो. नईम, चौक निवासी मो. दानिश और अमेठी निवासी आसिफ शामिल हैं। इनमें से दानिश मदरसे में पढ़ाता भी है। इसके अलावा सआदतगंज में समराही के पास कुछ महिलाओं के साथ विरोध प्रदर्शन को बढ़ावा देने वाले युवक फहीम उर्फ छोटू को भी गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया पर धमकी देने पर युवक भी गिरफ्तार
घंटाघर पर प्रदर्शन के खिलाफ सोशल मीडिया पर धमकी देने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। श्रवण शर्मा नाम का यह युवक एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करता है।
एडीसीपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि जो भी कानून का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी फिर वह चाहे प्रदर्शन के पक्ष में या विरोध में हो। प्रदर्शनकारियों को धमकी देने वाले युवक को भी जेल भेजा गया है। कानून सबके लिए बराबर है।