लखनऊ विश्वविद्यालय : कैंटीन बंद करके भाग जाओ...वरना ठोक दूंगा
लविवि की कैंटीन में नकाबपोशों ने रात में धावा बोलकर कर्मचारियों से मारपीट की। कर्मियों पर असलहा तानकर भाग जाने की दी धमकी। -चार छात्रों पर एफआइआर के लिए लिखा पत्र
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) की सेंट्रल कैंटीन में रात भर बवाल चला। दर्जन भर से अधिक नकाबपोश युवाओं ने गेट का लॉक तोड़कर कर्मियों के साथ मारपीट की। वहीं असलहा तानकर कैंटीन बंद करने की धमकी दी। घटना के बाद पुलिस व अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं बुधवार शाम को चार छात्र के खिलाफ एफआइआर के लिए पत्र लिखा गया।
सेंट्रल कैंटीन में मंगलवार दोपहर दो बजे छात्रों ने खाने में कीड़ा निकलने को लेकर बवाल किया था। वहीं देर रात साढ़े बारह बजे दर्जनभर से अधिक नकाबपोश कैंटीन में आ धमके। कैंटीन के गेट का लॉक तोड़कर वह अंदर पहुंचे। यहां ग्राउंड फ्लोर पर खड़ी गार्ड की बाइक तोड़ दी। वहीं प्रथम तल पर सो रहे कर्मियों पर धावा बोल दिया। आरोप हैं कि 15 से 20 लोग मुंह पर कपड़ा बांधे हुए थे। नकाबपोश ने कैंटीन कर्मी को लात-घूसों से पीटा और असलहा लगाकर धमकाया। कैंटीन में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं।
दहशत के मारे भाग गए तीन कर्मी
कैंटीन कर्मी अशोक, राजकुमार, संजय, नीरज, चंदन ने बताया कि नकाबपोशों ने मारपीट के बाद कनपटी पर असलहा लगा दिया। उन्होंने धमकी दी कि सुबह तक कैंटीन बंद करके भाग जाओ...वरना ठोक दूंगा। नकाबपोशों के जाने के बाद प्रॉक्टर को कॉल की गई। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। वहीं सुबह तीन कर्मी दहशत में भाग गए। इंस्पेक्टर हसनगंज अंबर सिंह ने भी रात में कैंटीन में मारपीट की घटना की पुष्टि की।
प्रॉक्टर के पत्र में चार छात्रों के नाम
प्रॉक्टर प्रो. विनोद सिंह ने प्रभारी हसनगंज को चार छात्रों पर एफआइआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है। इसमें मंगलवार को कैंटीन में दोपहर दो बजे हुए बवाल को लेकर बीकॉम के छात्र विशाल प्रजापति को दोषी ठहराया। वहीं रात में हुई मारपीट को लेकर बीए तृतीय वर्ष के छात्र मंजीत सिंह, आदर्श कुमार, हरिओम सिंह के नाम एफआइआर के लिए पत्र लिखा है।