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COVID Delta + : CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, कोरोना वायरस के नए वैरियंट को लेकर हाई अलर्ट पर रहें सभी विभाग

COVID Delta Plus मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब इसको लेकर उत्तर प्रदेश को भी विशेष सतर्कता बरतनी होगी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 01:52 PM (IST)Updated: Fri, 25 Jun 2021 03:09 PM (IST)
COVID Delta + : CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, कोरोना वायरस के नए वैरियंट को लेकर हाई अलर्ट पर रहें सभी विभाग
लोक भवन में कोविड-19 के प्रबंधन के गठित टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण की सेकेंड स्ट्रेन पर व्यापक नियंत्रण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान डेल्टा प्लस की ओर है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोक भवन में कोविड-19 के प्रबंधन के गठित टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि सभी विभागों को कोरोना के नए वैरियंट को लेकर हाई अलर्ट पर रखें।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब इसको लेकर उत्तर प्रदेश को भी विशेष सतर्कता बरतनी होगी। कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है।

उन्होंने कहा कि कोविड के डेल्टा प्लस वैरिएंट की गहन पड़ताल के लिए अब अधिकाधिक सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। रेलवे, बस , वायु मार्ग से प्रदेश में आ रहे लोगों के सैम्पल लेकर सिक्वेंसिंग कराई जानी चाहिए। जिलों से भी सैम्पल लिए जाएं। रिजल्ट के अनुसार डेल्टा प्लस के प्रभावी क्षेत्रों की मैपिंग कराई जाए। इससे बचाव के प्रयासों में सुविधा होगी। प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा के लिए केजीएमयू और बीएचयू में आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने दूसरे राज्यों से सटे जिलों में सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के निर्देश दे दिए हैं। उनके निर्देश पर डेल्टा प्लस संक्रमण वाले प्रदेशों से आने वाले लोगों की निगरानी और टेस्टिंग शुरू की जा रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर कोरोना की जांच तेज कर दी गई है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित लोग बड़ी संख्या में मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार का वैरिएंट पहले की अपेक्षा कहीं अधिक खतरनाक है। राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्श समिति ने इससे बचाव के लिए विस्तृत अनुशंसा रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट के अनुसार अब अपेक्षाकृत अन्य आयु के लोगों के, बच्चों पर कहीं अधिक दुष्प्रभाव डालने वाला हो सकता है। विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप बिना देर किए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। प्रदेश के लोगों को सही जानकारी प्राप्त हो इसके लिए राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्श समिति के सदस्यों व अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों के माध्यम से जनजागरूकता के प्रयास किए जाएं। मीडिया जगत से भी सहयोग लिया जाना चाहिए। डेल्टा प्लस संक्रमण से प्रदेश को बचाने के लिए राज्य स्तर पर गठित विशेषज्ञ चिकित्सक समिति जल्द ही बचाव को लेकर अपने सुझाव देगी।

सीरो सर्वे के अच्छे परिणाम

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत दिनों कराये गए सीरो सर्वे के प्रारंभिक परिणाम अच्छे संकेत देने वाले हैं। शुरुआती नतीजों के मुताबिक सर्वेक्षण में लोगों में हाई लेवल एंटीबॉडी की पुष्टि हुई है। हमें यह समझना होगा कि वायरस से इस लड़ाई में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। डबल मास्क, सैनिटाइजेशन, दो गज की दूरी जैसे कोविड बचाव संबंधी व्यवहार को हमें अपनी जीवनशैली में शामिल करना ही होगा। भीड़भाड़ से बचें। थोड़ी सी भी लापरवाही, बहुत भारी पड़ सकती है।

अपरिहार्य स्थिति प्रबंधन में हो चिकित्सक की तैनाती

मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष पदों को छोड़कर, अस्पताल प्रशासन/प्रबंधन में चिकित्सकों की तैनाती अपरिहार्य स्थिति में की जानी चाहिए। चिकित्सक का प्रथम और प्रमुख कार्य मरीज का उपचार करना है, उन्होंने इसी सेवा के लिए अध्ययन और प्रशिक्षण प्राप्त किया है। अन्य कार्यों में उनकी तैनाती, चिकित्सकों को उनके मूल कर्तव्य से विमुख करती है। अस्पताल प्रशासन/प्रबंधन के कार्यों के लिए मास्टर इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन अथवा हॉस्पिटल मैनेजमेंट में एमबीए उपाधिधारक युवाओं को अवसर दिया जाना चाहिए। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए।

ऑक्सीजन में उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन जेनेरेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। गुरुवार को पांच और प्लांट की स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में लगातार प्रयासों से अब 114 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। भारत सरकार के सहयोग से पीएम केयर्स के माध्यम से निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट्स को 15 अगस्त तक क्रियाशील कर लिया जाए। मॉनीटरिंग के लिए नोडल अधिकारी तैनात किया जाए। प्लांट स्थापना से जुड़े कार्यों की सतत समीक्षा की जाए।


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