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Fight Against COVID in UP: सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश-गावों में भी तेज हो फोकस्ड टेस्टिंग

Fight Against COVID in UP सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए ट्रेस टेस्ट व ट्रीट की नीति के साथ प्रदेशवासियों के जीवन व जीविका की सुरक्षा के प्रयास के संतोषप्रद परिणाम मिल रहे हैं। गांवों में भी सख्ती बढ़ाने का निर्देश दिया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 20 May 2021 05:39 PM (IST)Updated: Fri, 21 May 2021 08:53 AM (IST)
Fight Against COVID in UP: सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश-गावों में भी तेज हो फोकस्ड टेस्टिंग
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को समीक्षा की

लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार गांवों की ओर बढ़ते देख उत्तर प्रदेश सरकार ने अब गांवों में फोकस्ड टेस्टिंग अभियान बढ़ा दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कोरोना वायरस की समीक्षा बैठक में भी इसका निर्देश दिया है। उधर शहरों में नए संक्रमित केस कम होने के बाद भी सरकार अपने अभियान को बरकरार रख रखी है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी सख्ती जारी रहेगी। इसी दौारन ने सरकार सार्वजनिक कार्यक्रम या फिर वैवाहिक समारोह के लिए एक स्थान पर 25 से अधिक लोगों को एकत्र होने पर भी रोक लगा दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को समीक्षा के बाद गांवों में भी सख्ती बढ़ाने का निर्देश दिया।

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट की नीति के साथ प्रदेशवासियों के जीवन व जीविका की सुरक्षा के प्रयास के संतोषप्रद परिणाम मिल रहे हैं। एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के बाद भी नए केस लगातार कम हो रहे हैं, जबकि स्वस्थ होने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। जहां 30 अप्रैल को प्रदेश में लगभग 03 लाख 10 हजार 783 कोरोना मरीज थे, वहीं लगातार प्रयासों से आज 1,16,434 एक्टिव केस ही हैं। 20 दिनों में प्रदेश के एक्टिव केस में 62.5 फीसदी की कमी आई है, जबकि वर्तमान में रिकवरी दर 91.8 फीसदी हो गई है। 15,16,508 प्रदेशवासी कोविड की लड़ाई जीत कर आरोग्यता प्राप्त कर चुके हैं।

24 अप्रैल को एक दिन में 38055 नए संक्रमण के मामले मिले थे, लेकिन लगातार प्रयासों से संक्रमण की तीव्रता मंद हुई है। इनमें बीते 24 घंटों में 6725 नए केस आये हैं जो कि 24 अप्रैल के सापेक्ष 31330 कम हैं। 24 घंटे में 13590 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए हैं। एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के अनुरूप विगत 24 घंटों में प्रदेश में 02 लाख 91 हजार 156 टेस्ट किए गए।

प्रदेश में वर्तमान में 82,801 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। इनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए अब टेलीकन्सल्टेशन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए। चिकित्सकों की संख्या, फोन लाइन की संख्या में बढ़ोतरी की जरूरत है। निगरानी समितियों के माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों और जरूरत के अनुसार उनके परिजनों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। मेडिकल किट वितरण व्यवस्था की सतत मॉनीटरिंग की जाए। जनपदीय आइसीसीसी और सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से मरीजों से संवाद कर उन्हेंं मिल रही सुविधाओं की जांच कराई जाए। वरिष्ठ अनुभवी तथा बुजुर्ग चिकित्सकों को आग्रह के साथ टेलीकन्सल्टेशन कार्य से जोड़ा जाए।

वृहद टेस्टिंग के अच्छे परिणाम: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गांवों को कोरोना से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से संचालित वृहद टेस्टिंग अभियान के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। आरआरटी की संख्या और बढ़ाये जाने की दिशा में काम किया जाए। प्रयोगशालाओं की टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाये जाने की कार्यवाही तेज की जाए। सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश ही है।

गांवों पर विशेष ध्यान: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी के इस चरण में हमें गांवों पर विशेष ध्यान देना होगा। गांव-गांव, घर-घर हो रही स्क्रीनिंग-टेस्टिंग के अब तक के परिणाम बताते हैं कि हमारे ग्रामीण क्षेत्र काफी हद तक सुरक्षित हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधा और बेहतर करने की जरूरत है। ऐसे में प्रत्येक जनपद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और हेल्थ सेंटर की व्यवस्था को टीम लगाकर चुस्त-दुरुस्त बनाया जाए। इसके अन्तर्गत स्वास्थ्य केन्द्रों पर मेडिकल उपकरणों को कार्यशील स्थिति में रखा जाए तथा साफ-सफाई की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों की पेंटिंग भी करायी जाए। इसके साथ ही, आवश्यक मैनपॉवर, पेयजल, शौचालय, बिजली आदि की व्यवस्था को भी दुरुस्त रखा जाए। यह कार्य आगामी एक सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाए। मेडिकल कार्य में यथासंभव आयुष चिकित्सकों का भी सहयोग लिया जाए।

नियमित तथा ठीक से हो खाद्यान्न वितरण: उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न वितरण आज से प्रारंभ हो रहा है। राशन की दुकानों पर एक नोडल अधिकारी तैनात करें। यह सुनिश्चित किया जाए कि पात्र व्यक्तियों को अनुमन्य मात्रा में खाद्यान्न प्राप्त हो। खाद्यान्न वितरण के दौरान राशन की दुकानों पर सैनीटाइजर की उपलब्धता रहे। राज्य सरकार ने जून से पात्र व्यक्तियों को नि:शुल्क तीन माह तक खाद्यान्न वितरण का निर्णय लिया गया है। इस सम्बन्ध में समय से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

गति पर कोविड टीकाकरण: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारु रूप से चल रही है। 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड सुरक्षा कवर प्रदान करने में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। अब तक 01 करोड़ 56 लाख 46 हजार 459 कोविड वैक्सीन एडमिनिस्टर हुए हैं। प्रदेश के 23 जनपदों में 18-44 आयु वर्ग के 1,07,234 लोगों के कल हुए टीकाकरण के साथ अब तक इस आयु वर्ग के 7,46,875 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त कर लिया है। सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन नि:शुल्क है। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित हो, इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था लागू की गई है। निरक्षर, दिव्यांग, निराश्रित, श्रमिक अथवा अन्य जरूरतमंद लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिए कॉमन सॢवस सेंटर पर टीकाकरण पंजीयन की सुविधा प्रदान कराई गई है। यह कार्य प्रारंभ हो गया है। कॉमन सॢवस सेंटर पर वैक्सीन पंजीयन नि:शुल्क है। इसकी दैनिक मॉनीटरिंग की जाए।

पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो ब्लैक फंगस की दवा: मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी जनपदों में ब्लैक फंगस के उपचार की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहनी चाहिए। मेरठ व लखनऊ सहित जिन भी जिलों में इस संक्रमण के मरीज हैं, उन्हेंं प्रॉपर मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जाए। ब्लैक फंगस के कारण एवं उपचार की विधि के संबंध में स्वास्थ्य विशेषज्ञों से संवाद स्थापित करते हुए जरूरी दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। इस सम्बन्ध में भारत सरकार को पत्र भेजकर आवंटन बढ़ाने का अनुरोध किया जाए। मांगपत्र भेजते समय प्रदेश की कुल आबादी और मरीजों की संख्या को दृष्टिगत रखा जाए।

निगरानी समितियों का प्रदर्शन सराहनीय: मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों और शहरी वार्डों में गठित निगरानी समितियों की प्रदर्शन सराहनीय है। घर-घर स्क्रीनिंग से लेकर मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने, उनकी टेस्टिंग सुनिश्चित कराने सहित सभी जरूरी कार्य यह कुशलता पूर्वक कर रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गांव-गांव टेस्टिंग की हमारी नीति को सराहा है। कतिपय जिलों में मेडिकल किट वितरण में विलम्ब देरी की जानकारी मिली है। अब स्वास्थ्य मंत्री एवं मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर से ऐसे जिलाधिकारियों से संवाद कर आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए।

पर्याप्त मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन की मांग, आपूर्ति और खर्च में संतुलन बनाने के लिए कराए जा रहे ऑक्सीजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं। उत्तर प्रदेश में अपनाई गई ऑनलाइन ऑक्सीजन ट्रैकिंग प्रणाली को नीति आयोग ने भी सराहा है। यह हमारे लिए बेहद उत्साहवर्धक है। सतत नियोजित प्रयासों का ही परिणाम है कि आज अधिकांश मेडिकल कॉलेजों और रिफिलर्स के पास में 48 घंटे से अधिक का ऑक्सीजन बैकअप हो गया है। यही नहीं, कल, होम आइसोलेशन के मरीजों को 3600 से अधिक ऑक्सीजन युक्त सिलिंडर उपलब्ध कराए गए। बीते 24 घंटों में 886 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया है। 299 मीट्रिक टन मेडिकल कॉलेजों में आपूर्ति की गई तो रीफिलर को 492 एमटी ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। ऑक्सीजन की आपूॢत को बेहतर करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी आदि क्षेत्रों में ऑक्सीजन ट्रेन लगातार भेजी जा रही है।  


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