Vocal for Local: हुनर के प्रकाश से दमकेगी दीपावली, महिलाओं को हुनरमंद बना रहा फिक्की फ्लो
फिक्की फ्लो के लखनऊ चैप्टर के विलेज एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत महिलाओं को दीया बनाने और सजाने का प्रशिक्षण 20 परिवारों ने 15 दिन में तैयार किए 80 हजार रुपये के डिजाइनर दीये खूबसूरत अंदाज में सजाने का कौशल सीखाया गया ऑर्डर भी बुक हुए।
लखनऊ [दुर्गा शर्मा]। रोशनी के त्योहार पर जरूरतमंद महिलाओं का जीवन हुनर के प्रकाश से चमकेगा। दीपावली पर वोकल फॉर लोकल होते हुए फिक्की फ्लो खासकर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में प्रयासरत है। इसके लिए आत्मनिर्भरता की पाठशाला भी चल रही। वहीं, जरूरतमंद महिलाएं स्वावलंबी बन आजीविका के अवसर भी पा रहीं। फिक्की फ्लो के विलेज एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत महिलाओं को दीया बनाने और सजाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा। कई महिलाएं अपने परिवार के साथ मिलकर पूरी दक्षता के साथ दीया बनाने और उन्हें खूबसूरत अंदाज में सजाने का कौशल सीख भी चुकी हैं।
20 परिवारों ने मिलकर 15 दिन में 80 हजार रुपये के डिजाइनर दीये तैयार किए हैं, जिनके लिए ऑर्डर भी बुक हैं। एक सजावटी दीये की कीमत दस रुपये है। हर महिला को प्रति दीया चार से पांच रुपये की आमदनी होगी। महिलाओं के हुनर को बढ़ाने के इस काम के लिए फिक्की फ्लो द्वारा एनजीओ क्षितिज एजुकेशन एंड रुरल डवलपमेंट को एडॉप्ट किया गया है। एनजीओ डायरेक्टर प्रतिभा सिंह के साथ मिलकर करीब दस हजार महिलाओं के हुनर को तराशने का लक्ष्य है। प्रदेश भर में प्रशिक्षण चल रहा। इसमें महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा।
ऐसे दिया प्रशिक्षण
फिक्की फ्लो की ओर से जरूरतमंद महिलाओं को दीया मेकिंग क्लासेज के लिए वेबिनार का प्रबंध किया गया। जगह-जगह बनाए सेंटर पर महिलाओं ने प्रशिक्षक दीक्षा से वेबिनार के जरिए प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिन महिलाओं को वेबिनार में ठीक से समझ नहीं आया, उन्होंने फ्लो मेंबर्स से व्यक्तिगत रूप से मिलकर प्रशिक्षण लिया। सोशल मीडिया पर इसका प्रचार-प्रसार किया गया। कुछ कॉर्पोरेट ऑर्डर भी मिले। अब दीयों की बिक्री का काम जोरों पर है।
फिक्की फ्लो, लखनऊ चैप्टर की अध्यक्ष पूजा गर्ग ने बताया कि मिशन शक्ति का एक उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को अपने पैरों पर खड़े होने का हुनर भी सिखाना है, जिससे वो आत्मनिर्भर और निडर बन सकेंगी। इस सोच और दीपावली की आमद को देखते हुए हमने ये पहल की। ये हमारी तरफ से स्वदेशी को बढ़ाने का एक उपक्रम भी है। महिलाओं ने बेहद खूबसूरत दीये बनाए हैं, जिन्हें लोग खूब पसंद भी कर रहे। 80 हजार रुपये के ऑर्डर को पूरा करने के बाद हम अगले लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे।