तीन दिन बाद भी आरआइ पर नहीं हुई कार्रवाई, महिला सिपाही को बयान के लिए बुलाया Lucknow News
लखनऊ में आरआइ पर आरोप लगाने वाली महिला मुंशी का तीन दिन बाद दर्ज हुआ बयान। आरोपित वहीं और आरोप लगाने वाली महिला सिपाही का ट्रांसफर।
लखनऊ, जेएनएन। रिजर्व पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक (आरआइ) प्रथम आशुतोष सिंह पर तीन दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में विभागीय पुलिसकर्मी ही सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं। महिला मुंशी का वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को उसे बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया। वहीं बताया जा रहा है कि आरआइ की पैरवी में एक बड़े पुलिस अधिकारी उतर आए हैं जिसकी वजह से मामले में कार्रवाई में अधिकारी कतरा रहे हैं।
बता दें कि रिजर्व पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक (आरआइ) प्रथम आशुतोष सिंह के खिलाफ उन्हीं की महिला ड्यूटी मुंशी (कांस्टेबल) ने शारीरिक व मानसिक शोषण का आरोप लगाते हए एसएसपी को तहरीर दी थी। तहरीर में आरआइ पर अश्लीलता से बात करने की भी बात कही गई। वहीं गुरुवार को महिला मुंशी ने एक वायरल ने महिला ने आरोप लगाया कि मेरे साथ शोषण हो रहा है, मैं महिलाओं को सुरक्षा का क्या भरोसा दिलाऊंगी कि तुम्हारे साथ न्याय होगा, जब मेरे साथ ही अन्याय हो रहा है।
मामले की जांच कर रहीं एसपी हाईकोर्ट सुरक्षा रुचिता चौधरी का कहना है कि बयान के लिए पीडि़ता को बुलाया गया है। उन्होंने जल्द बयान दर्ज कराने की बात कही है। बयान दर्ज होने के बाद जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
वहीं शारीरिक शोषण का आरोप लगाने वाली महिला ड्यूटी मुंशी का ट्रांसफर जानकीपुरम थाने कर दिया गया, जबकि जिनपर गंभीर आरोप है वह आरआइ अपने पद पर बने हुए हैं। विभाग के ही पुलिसकर्मियों का दावा है कि आरआइ के पैरवी में एक बड़े पुलिस अफसर उतर आए हैं, जिससे उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।