Move to Jagran APP

बलरामपुर में व‍िरोध‍ियों को फंसाने के ल‍िए बाप ने रची थी साज‍िश, ऐसे खुला मासूम की हत्‍या का राज

अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र ने बताया कि अंशू का शव 30 मार्च की रात गांव स्थित गन्ने के खेत से बरामद हुआ था। घटना में मृतका के पिता इंद्रजीत ने रामसूरत यादव व संचित कुमार पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 06:16 PM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 06:16 PM (IST)
बलरामपुर में व‍िरोध‍ियों को फंसाने के ल‍िए बाप ने रची थी साज‍िश, ऐसे खुला मासूम की हत्‍या का राज
पुरानी रंजिश में विपक्षियों को फंसाने के लिए बनाई थी योजना।

बलरामपुर, जेएनएन। क्षेत्र के शिवपुरा गांव के मजरे कल्याणपुर में 30 मार्च को हुई पांच वर्षीय अंशू की हत्या का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। पिता इंद्रजीत मौर्य उर्फ छैलू ने ही अपनी मासूम बेटी की गला दबाकर निर्मम हत्या की थी। नारको परीक्षण के भय से आरोपित ने विपक्षियों को रंजिशन फंसाने के लिए इस घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। 

loksabha election banner

अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र ने बताया कि अंशू का शव 30 मार्च की रात गांव स्थित गन्ने के खेत से बरामद हुआ था। घटना में मृतका के पिता इंद्रजीत ने रामसूरत यादव व संचित कुमार पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। इस पर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को हिरासत में लिया गया था। प्रभारी निरीक्षक अनिल सिंह ने गहनता से छानबीन शुरू कर दी। इंद्रजीत के मुताबिक उसने जून व जुलाई 2020 में अपने खेत का बैनामा रामसूरत यादव व संचित कुमार की पत्नी को किया था। इसका पूरा प्रतिफल उसने प्राप्त कर लिया था। बाद में वह जमीन की कीमत बढ़ जाने की बात कहकर दोनों से और रुपये की मांग करने लगा। मना करने पर वह दाेनों से रंजिश रखने लगा। दोनों के खिलाफ फर्जी आरोप लगाकर प्रार्थना पत्र देकर न्यायालय में वाद दायर कर दिया।

इसी रंजिश को लेकर इंद्रजीत 30 मार्च को योजनाबद्ध तरीके से अपनी बेटी को गोद में लेकर गांव से बाहर नहर पार कर कल्यानपुर निवासी काटू के गेहूं के खेत में गया। वहां अपनी बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। शव को वहीं छोड़कर गांव में वापस आ गया। नाटकीय ढंग से बेटी को खोजने के लिए उसने शोर मचाना शुरू किया। मंदिर से बेटी को ढूंढ़ने के लिए घोषणा भी कराई। खेत में शव मिलने के बाद उसने नियाेजित रूप से रामसूरत यादव व संचित कुमार पर हत्या का आरोप लगाया। विवेचना के दौरान इंद्रजीत की संलिप्तता सामने आई। कड़ाई से पूछताछ के दौरान नारको परीक्षण कराने का भय दिखाया, तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपित को गिरफ्तार करने वाली टीम में हेड कांस्टेबल मनोज कुमार सिंह व राजेश कुमार मौर्य शामिल रहे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.