पेस्ट्री और फास्ट फूड के शौकीन हैं तो यह खबर उड़ा देगी आपके होश
उत्पादों में फ्री फैटी एसिड की मात्रा का नहीं कोई मानक। खाने से हो सकती हैं कई गंभीर बीमारियां।
लखनऊ, जेएनएन। मिठाई और दूसरे खाद्य पदार्थों के अलावा पेस्ट्री, केक और फास्ट फूड भी आपकी सेहत खराब कर रहे हैं। बेकरी उत्पादों में भी ऐसे तत्व मिले हैं जिनका लगातार सेवन सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। बेकरी उत्पादों में फ्री फैटी एसिड की मात्रा निर्धारित मानक से डेढ़ गुना अधिक मिल रही है। खाद्य सुरक्षा मानक के अनुसार उत्पाद में फ्री फैटी एसिड की मात्रा .25 के बजाये .4 पायी गयी है। जांच में सामने आया कि बर्गर, पॉपकान और चिकन में मोनोसाइड ग्लूटामेट मिलाया जा रहा है। लेकिन इसकी सही जानकारी तक नहीं है।
बाजार में तमाम ब्रांड यही कर रहे हैं। वैधानिक चेतावनी को अस्पष्ट लिखकर उपभोक्ताओं को भ्रमित करने का प्रयास किया जाता है। गत वर्ष नूडल्स भी इसी तरह खेल किया जा रहा था। जांच रिपोर्ट में सामने आया था कि नूडल्स के पैकेट में मौजूद मसालों में एक प्रमुख आईएनएस 621 या मोनो सोडियम ग्लूटामेट मौजूद था। उसमें निर्धारित मात्रा से अधिक सीसा मिला हुआ था जो पेट के अलावा कैंसर जैसी बीमारी का भी कारक बनता है।
सॉस और कैचप भी खतरनाक
होटलों व रेस्टोरेंट में घटिया और साइलेंट किलर वाला जहरीला टोमैटो सॉस लोगों को खिलाया जा रहा है। अधिकतर होटलों, रेस्टोरेंट, दुकानों आदि में टमाटर से बना हुआ सॉस व कैचअप नहीं बल्कि रसायन मिलाकर बेचा जा रहा है। इस रसायन के साथ बेसन, आरारोट व मैदा का प्रयोग कर लोगों को टौमैटो सॉस व कैचअप खिलाया जा रहा है।
एनर्जी ड्रिंक्स भी घोल रहे जहर
बाजार में कई तरह के एनर्जी ड्रिंक उपलब्ध हैं जिनका युवा अधिक इस्तेमाल करते हैं। मगर एनर्जी के लिए बने यह पेय पदार्थ सेहत को बिगाड़ रहे हैं। पिछले दिनों केंद्र सरकार के निर्देश पर फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने कई एनर्जी ड्रिंक्स को बाजार से हटाने के निर्देश दिए थे।