Farmers Protest in Lucknow: जिला मुख्यालय पर सपा का फिर प्रदर्शन-लाठीचार्ज, 500 कार्यकर्ता गिरफ्तार कर भेजे गए ईको गार्डेन
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। जिला कार्यालय के पास बैरिकेडिंग करके रोका गया। 500 कार्यकर्ता गिरफ्तार कर भेजे गए ईको गार्डेन। 200 पदाधिकारियों को देर शाम जेल भेजने की तैयारी।
लखनऊ, जेएनएन। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी ने सोमवार को फिर प्रदर्शन किया। धरना देने जा रहे कार्यकर्ताओं को सपा जिला कार्यालय के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग करके रोक लिया, जिस पर उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस करीब 500 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर ईको गार्डेन ले गई, जहां से करीब 200 पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को देर शाम जेल भेजने की तैयारी थी। सभी की कोरोना जांच के भी निर्देश दिए गए।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी जिलों में सोमवार को कलेक्ट्रेट पर धरने का निर्देश दिया था। सुबह 11 बजे कैसरबाग स्थित जिला कार्यालय पर पार्टी के मोहनलालगंज विधायक अम्ब्रीश सिंह पुष्कर, पूर्व विधायक इंदल रावत, गोमती यादव के अलावा अनुराग यादव, रामसिंह राणा, सीएल वर्मा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख मान सिंह वर्मा सहित कई कार्यकर्ता एकत्र हुए।
कार्यकर्ता जैसे ही कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े, पुलिस ने रोक लिया। कई कार्यकर्ता बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़ गए। उन्हें काबू करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
करीब डेढ़ घंटे प्रदर्शन के बाद पुलिस पूर्व विधायक गोमती यादव, शिवशंकर सिंह शंकरी, इरशाद खान, पूर्व जिला महासचिव राशिद अली, पूर्व प्रदेश सचिव रामसागर यादव, जिलाध्यक्ष जय सिंह जयंत, विजय यादव, नवीन धवन बंटी, सर्वेश यादव, अमन सिंह, त्रिशूलधारी सिंह, ताराचंद्र यादव, गौरव सिंह यादव, मधुप यादव, कैंट प्रभारी रीतेश साहू, महिला सभा की महानगर अध्यक्ष किरन पांडेय, जिला महासचिव कहकशा सिद्दीकी आदि को गिरफ्तार ईको गार्डेन ले आई।
किसान यूनियन ने दिया धरना
नए कृषि कानूनों के खिलाफ डीएम को ज्ञापन देने जा रही भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों को नौबस्ता कला में रोक लिया गया। विरोध में किसानों ने धरना दिया। एडीएम को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने कृषि कानून वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून बनाने, बिजली की दर निर्धारित करने, पराली प्रबंधन की व्यवस्था किए जाने मांग की। यहां मुख्य रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा, आलोक वर्मा, मोहम्मद इमरान, प्रेमचंद लाला, लालचंद वर्मा, और बिंदु कुमार सहित आदि किसान मौजूद रहे।
प्रदर्शन को लेकर मुस्तैद रही पुलिस, 90 के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई
किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने शहर में अलग अलग जगह प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और पीएसी के जवान मुस्तैद रहे। इस मौके पर कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में सपा के जिलाध्यक्ष जय ङ्क्षसह जयंत समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। वहीं, 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है।
साथ ही पुलिस से धक्कामुक्की करने के आरोप में कुल 90 लोगों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई है। इनमें सपा के कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य संगठनों के लोग भी शामिल हैं। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के मुताबिक कैसरबाग कोतवाली में एफआइआर दर्ज हुई है। इसके अलावा आलमबाग पुलिस की ओर से शांति भंग में कार्रवाई की गई है।