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बाराबंकी में किसान की मौत, पराली जलाने पर लेखपाल ने लगाई थी फटकार

बाराबंकी में पराली जलाने के आरोप में लेखपाल से मिलकर लौटे किसान की अचानक मौत हो गई। परिवारजन ने लेखपाल की फटकार से आहत युवक की हार्टअटैक से हुई मौत हो गई। परिजनों ने लगाया हल्का लेखपाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 06:21 PM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 06:21 PM (IST)
बाराबंकी में किसान की मौत, पराली जलाने पर लेखपाल ने लगाई थी फटकार
बाराबंकी में किसान की मौत पर मचा बवाल, पराली जलाने पर लेखपाल ने डांटा था।

बाराबंकी, जेएनएन। पराली जलाने के आरोप में लेखपाल से मिलकर लौटे किसान की रास्ते में अचानक मौत हो गई। परिवारजनों ने आरोप लगाया कि लेखपाल की फटकार से आहत युवक की हार्टअटैक हुआ जिससे उसकी मौत हो गई।परिजनों ने लगाया हल्का लेखपाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है।

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सुबेहा के बलीगेरांवा गांव निवासी प्रदीप सिंह (28) पुत्र स्वर्गीय राम बहादुर सिंह के खेत में 12 नवंबर को खेत में लगी पराली जली थी। पराली जलने की सूचना पाकर मौके पर हल्का लेखपाल राजेंद्र यादव ने पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की। शुक्रवार को लेखपाल ने प्रदीप सिंह को तहसील बुलाया था। आरोप है कि प्रदीप हैदरगढ़ तहसील ग्राम प्रधान सरजू रावत के साथ गया था जहां मुकदमा लिखने की धमकी और ना लिखने के नाम पर रुपये की मांग को थी। लेखपाल की फटकार से क्षुब्ध होकर

देर शाम घर पहुंचने के बाद प्रदीप सिंह की हालत बिगड़ गई। इलाज के लिए ले जाते समय उसकी मौत हो गई। परिवारजन का कहना है कि लेखपाल की मानसिक प्रताड़ना के कारण उसकी मौत हो गई है।

सुबेहा थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि तहरीर प्राप्त हुई है। प्राप्त सूचना में बताया गया कि मृतक के खेत में लगी पराली किसी कारणवश जल गई थीं, जिसे लेखपाल ने पूछताछ के लिए बुलाया था। घर आने के बाद उसकी मौत हो गई। शव को पीएम के लिए भेजा गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने एडीएम को जांच दी है।

हल्का लेखपाल राजेंद्र कुमार का कहना है कि मृतक के खेत में पराली जलाई गई थी, जिसका स्थलीय निरीक्षण भी किया गया था। मृतक के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया।वह ग्राम प्रधान के साथ में तहसील आया था।

भाजपा सरकार में किसानों का उत्पीड़न बढ़ा : राजेश यादव 

बली गेरांवा गांव में लेखपाल की प्रताड़ना के बाद हुई किसान की मौत के मामले की सूचना पर समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल गांव पहुंचा। मृतक के परिजनों से मिलते हुए उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। यहां पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य राजेश यादव राजू पूर्व विधायक राममगन रावत सपा जिला अध्यक्ष हाफिज अयाज विधानसभा अध्यक्ष परशुराम यादव नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि चौधरी अदनान आदि ने मृतक के परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से किसान परिवार को एक करोड़ मुआवजा दिए जाने की मांग की हैं।

 विधान परिषद सदस्य राजेश यादव राजू ने कहा कि प्रदेश में इस समय किसान विरोधी सरकार चल रही है। किसानों को पराली जलाने पर उन पर मुकदमा लिख दिया जाता है। जबकि हजारों की संख्या में फैक्ट्रियां चल रही हैं, जिससे भारी प्रदूषण फैल रहा है। उन पर सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही हैं। कहा, यदि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ित किसान को मुआवजा नहीं दिया गया तो समाजवादी पार्टी की पूरी टीम सड़कों पर उतरकर इसके लिए प्रदर्शन करेगी। प्रमुख रूप से जिला उपाध्यक्ष संदीप सिंह, युवराज सिंह,बृजेश मिश्रा, राजकिशोर रावत, प्रेम नाथ तिवारी, कुल्लूर सिंह पूर्व प्रधान पिंकू सिंह सत्यनाम सिंह चौधरी जैद हुसैन हुमायूं हुसैन, मुन्ना खान, लक्ष्मी रावत, विजय कुमार तिवारी,हरिश्चंद्र रावत आदि मौजूद रहे।


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