27 घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रॉमा, मांग मनवाकर पानी की टंकी से उतरा परिवार Lucknow News
लखनऊ में काकोरी के जागर्स पार्क में एक परिवार के छह लोग शुक्रवार से अपनी मांगों को लेकर जागर्स पार्क की टंकी पर चढ़ गए थे। हाथ में पेट्रोल लेकर आत्मदाह की धमकी दे रहे थे।
लखनऊ, जेएनएन। काकोरी जॉगर्स पार्क स्थित पानी की टंकी पर चढ़े परिवार का हाईवॉल्टेज ड्रामा करीब 27 घंटे बाद शनिवार दोपहर को खत्म हुआ। हरदोई डीएम और एसपी द्वारा लिखित आश्वासन देने के बाद परिवार पानी की टंकी से नीचे उतर आया। इसके बाद परिवार की प्राथमिक मेडिकल जांच करा पुलिस अपने साथ ले गई। परिवार को उतारने के लिए प्रशासन ने शुक्रवार रात को ही टंकी के नीचे चारों तरफ जाल भी लगवाया था। साथ ही फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ी व एक लिफ्ट वाली गाड़ी भी लगाई गई थी।
टंकी से फेंका सुसाइड नोट, मांग पत्र
शनिवार दोहपर एक बजे के करीब हरदोई डीएम पुलकित खरे और एसपी आलोक प्रियदर्शी और हरदोई बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पीके मिश्र ने कई बार बात करने की कोशिश की, लेकिन परिवार तैयार नहीं हुआ। इसी बीच टंकी पर चढ़े विनय, उनकी पत्नी राधा, भाई अजय प्रताप, उसकी पत्नी माला, उसके नौ साल के बेटे शिवा, बहन राजवती, बेटी पूनम के साथ आत्मदाह की धमकी देते हुए सुसाइड नोट व मांग पत्र फेंका। इसमें पीडि़त परिवार ने अपने बेटे का अधिवक्ता प्रमाण पत्र, 20 लाख मुआवजा, गिरे हुए घर की मरम्मत व उस पर लगाए गए आरोप खत्म करने, सुरक्षा व टंकी पर चढऩे को लेकर कोई कानूनी करवाई न करने की मांग की। बाद में पीडि़त वकील विजय के सीनियर अधिवक्ता अजीत सिंह कुशवाहा से फोन से बात कराई गई। इसके एक घंटे बाद लिखित आश्वासन पर परिवार नीचे उतरा।
यह था मामला
हरदोई सुरसा थाना क्षेत्र निवासी वकील विनय प्रताप सिंह का आरोप है कि गांव के लल्लन सिंह, वीरपाल सिंह उर्फ भोला, संजय सिंह, कृष्णापाल सिंह ने उसकी जमीन कब्जा कर ली, विरोध पर जनवरी 2016 में उनके भाई विवेक प्रताप सिंह को अगवा कर लिया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और धमकियों से परेशान होकर उन्हें गांव छोडऩा पड़ा। कहीं सुनवाई न होने पर शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे पानी की टंकी पर 5 लीटर पेट्रोल लेकर चढ़ गया था।
मानी ये मांगे मांगे
20 लाख रुपये मुवाज़े की मांग, सीबीआइ की जांच, अधिवक्ता नोटरी प्रमाण पत्र में लगाए आरोप जिमसें पीड़ित के ऊपर एससी एसटी का आरोप उनको खत्म करने, गांव में दबंगो द्वारा गिराए गए मकान की मरम्मत एक माह के अंदर कराने का लिखित श्वासन दिया गया। साथ ही न्याय नहीं मिला तो इसकी जिम्मेदारी बार एसोसिएशन लेने को तैयार है।