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Fake Currency Smuggling: सीमा बंद फिर भी नेपाल में बढ़ी भारतीय नकली नोटों की तस्‍करी, लखीमपुर में नेटवर्क तलाश रही नेपाल पुलिस

लखीमपुर में दो साल पहले दो लोगों को नेपाल पुलिस ने नकली भारतीय मुद्रा से सोने की खरीदारी करने के प्रयास में गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपित लखीमपुर के निवासी थे। नेपाल पुलिस अब उनके संपर्को को तलाश रही है।

By Rafiya NazEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 04:56 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 04:56 PM (IST)
Fake Currency Smuggling: सीमा बंद फिर भी नेपाल में बढ़ी भारतीय नकली नोटों की तस्‍करी, लखीमपुर में नेटवर्क तलाश रही नेपाल पुलिस
लखीमपुर में दो साल पहले नकली नोटों के साथ पकड़े जा चुके हैं दो भारतीय।

लखीमपुर [हरीश श्रीवास्तव]। पड़ोसी मुल्क नेपाल के कस्बा धनगढ़ी में भारतीय नकली नोटों का प्रचलन फिर से बढऩे लगा है। सीमा सील होने के बाद भी तस्करी जारी है और उसी के आड़ में नकली नोटों का प्रचलन भी बढ़ रहा है। नेपाल पुलिस की खुफिया इकाई भारतीय नोटों के सप्लायरों को खोजने में लग गई है। दो साल पहले दो लोगों को नेपाल पुलिस ने नकली भारतीय मुद्रा से सोने की खरीदारी करने के प्रयास में गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपित लखीमपुर के निवासी थे। नेपाल पुलिस अब उनके संपर्को को तलाश रही है।

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नेपाल में भारतीय मुद्रा के बड़े नोटों के उपयोग पर रोक है लेकिन, तस्कर व भारतीय पर्यटक बड़े नोटों का ही प्रयोग करते हैं। इस समय सीमा सील होने के कारण पर्यटकों का आवागमन तो बंद है लेकिन तस्करी जारी है। तस्करी के आड़ में नकली भारतीय नोटों का प्रचलन भी नेपाल में बढ़ रहा है। खासकर दो हजार के भारतीय नोट नेपाल में अधिक चल रहे हैं और दो हजार के ही नकली नोट भी प्रचलन में हैं। इस बात को लेकर नेपाल पुलिस की खुफिया इकाई सतर्क हो गई है और उसने पुराने आरोपितों के संपर्को को खंगालना शुरू कर दिया है। दरअसल नेपाल पुलिस ने कुछ दिन पहले एक तस्कर को पकड़ा था उसके कब्जे से तस्करी के कोई माल बरामद नही हुआ ता पर उसके पास से भारतीय मुद्रा बरामद हुई थी। बरामद भारतीय मुद्रा दो हजार के नोट के रुप में थी। मामला तस्कर से संबंधित होने पर माल न मिलने के कारण कही दर्ज नहीं किया गया लेकिन, बाद में पता चला कि तस्कर से जो भारतीय मुद्रा बरामद हुई थी वह नकली थी। उसके बाद नेपाल पुलिस का माथा ठनका और गोपनीय रूप से मामले की पड़ताल की गई तो तस्करों के बीच नकली नोटों के प्रचलन की बात सामने आई। इसके बाद अब उसकी जांच की जा रही है।

भारतीय अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में यह मुद्दा नेपाल की तरफ से उठाया भी जा सकता है। नेपाल पुलिस की खुफिया इकाई दो साल पहले धनगढ़ी में पकड़े गए लखीमपुर के दो लोगों के पुराने संपर्को की खोजबीन कर रही है। गौरतलब है कि दो साल पहले गौरीफंटा बार्डर से नेपाल गए दो सिख युवकों ने धनगढ़ी में एक सोने चांदी की दुकान से करीब एक लाख रुपये के आभूषण खरीदे और भुगतान में नए नोटों की गड्डी दुकानदार को दिया था। जैसे ही दोनों सिख युवक खरीददारी करके हटे वैसे ही दुकानदार ने नोटों को बैंक में भेजकर उनकी परख कराई तो नोटों के नकली होने का पता चल गया था। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दे दी थी। पुलिस ने भंसार पर लगे बैरियर पर पर दोनो को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने उनके पास से 40 हजार रुपये के और नकली नोट भी बरामद किए थे। पकड़े गए दोनों सिख युवक लखीमपुर के निवासी थे। नेपाल पुलिस अब नकली भारतीय मुद्रा का फिर से प्रचलन बढऩे पर दोनों आरोपितों के संपर्को को तलाशने में जुट गई है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार: इस संबंध में सीओ राजेश कुमार का कहना है कि नेपाल का मामला है। वहां की पुलिस जांच कर रही होगी उसमे हम लोगों का कोई रोल नहीं है। नेपाल पुलिस के किसी अधिकारी ने उनसे इस संबंध में संपर्क भी नहीं किया है। इसलिए उन्हे इसके बारे में कोई जानकारी भी नहीं है।


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