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चेहरे पर टैटू, हाथ में तिरंगा : स्टेडियम के बाहर मेले जैसा नजारा

जाम से बचने के लिए स्टेडियम पहले पहुँचने की होड़ दर्शकों में देखी गई। तीन बजे से स्टेडियम में प्रवेश की जानकारी के बाद भी लोग दोपहर से ही वहां एकत्र होने लगे थे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 04:42 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 09:18 PM (IST)
चेहरे पर टैटू, हाथ में तिरंगा : स्टेडियम के बाहर मेले जैसा नजारा
चेहरे पर टैटू, हाथ में तिरंगा : स्टेडियम के बाहर मेले जैसा नजारा

लखनऊ, (जेएनएन)। स्टेडियम के बाहर का नजारा मेले जैसा दिखा। खासकर छोटे बच्चे ज्यादा उत्साहित नजर आए। युवा चेहरे पर टैटू और हाथ मे तिरंगा लिए जोश से लबरेज थे। भारतीय खिलाड़ियों के रंग की टी शर्ट खरीदने की होड़ मची हुई थी। अधिकतर युवा उसी टी शर्ट में इंडिया इंडिया के नारे लगाते दिखे।

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मायूस लौटे सैकड़ों लोग

मंगलवार को मैच के दिन पहले से ही टिकट नहीं मिलने की जानकारी मीडिया के माध्यम से पुलिस प्रसाशन ने लोगों को दी थी। बावजूद इसके सैकड़ों की संख्या में खेलप्रेमी स्टेडियम के बाहर टिकट या पास की जुगत में जुटे थे। हालांकि उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने वापस लौटा दिया। मैच नहीं देख पाने के कारण सैकड़ों लोग निराश होकर वापस लौट गए।

पहले पहुँचने की दिखी होड़ :

जाम से बचने के लिए स्टेडियम पहले पहुँचने की होड़ दर्शकों में देखी गई। तीन बजे से स्टेडियम में प्रवेश की जानकारी के बाद भी लोग दोपहर से ही वहां एकत्र होने लगे थे। पार्किंग में पहले और किनारे की तरफ गाड़ी लगाने की होड़ भी मची हुई थी। हालांकि पार्किंग स्थलों पर तैनात पुलिसकर्मी वाहनों को व्यवस्थित ढंग से लगवाने में जुटे थे।

पुलिसकर्मियों से अभद्रता

ट्रैफिक डायवर्जन के बावजूद लोग प्रतिबंधित मार्ग से गाड़ी ले जाने की जिद करते देखे गए। कुछ लोगों ने सुरक्षाकर्मियों के टोकने पर उनसे अभद्रता करते भी पाए गए। हालांकि वहां मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने किसी तरह हंगामा कर रहे लोगों को समझाकर रवाना किया। आईजी सुजित पांडेय और एसएसपी कलानिधि नैथानी पुलिसकर्मियों को भी सभ्य तरीके से बात करने की नसीहत दी।

गेट से लेकर ग्राउंड तक ' इंडिया जीतेगा' का शोर
अटलबिहारी स्टेडियम में पहला मैच देखने के लिए हर एक मे उत्साह नजर आया। युवा, बुजुर्ग, बच्चे, महिलाओं से लेकर दिव्यांग तक पहुचे। वहीं इंट्री गेट से लेकर ग्राउंड तक 'इंडिया जीतेगा' की आवाज बुलंद की।
यूँ तो मैच का समय शाम बजे निर्धारित था। मगर क्रिकेट प्रेमियों  का जमावड़ा स्टेडियम के पास दोपहर से ही लग गया। राजधानी समेत गोंडा, बहराइच, सीतापुर,बाराबंकी,फैजाबाद, हरदोई, लखीमपुर, कानपुर,  रायबरेली, सुल्तानपुर जनपदों के नंबरों की गाड़ियों  की शहीद पथ पर लंबी कतार दिखी। महिलाएं गोद मे छोटे बच्चों को लेकर मैच देखने पहुँची। वहीं बुजुर्ग बेटों के कंधों का सहारा लेकर स्टेडियम में  प्रवेश करते दिखे। यही नहीं जौनपुर के शिक्षक संतोष दोनों पैर से दिव्यांग हैं। मगर मैच देखने की उत्सुकता वह बिना किसी मदद के हाथों के सहारे स्टेडियम तक घसीटते हुए पहुँचे। ऐसे ही गोमती नगर के बुजुर्ग आरके चौबे चलने में असमर्थ थे, वह हाथ मे बेत पकड़कर लड़खड़ाते हुए स्टेडियम पहुंचे।

तिरंगा फेस पेंटिंग का क्रेज
स्टेडियम के बाहर सड़क पर बाजार जैसा नजारा हो गया। यहां टीम इंडिया की जर्सी, फेस पेंटिंग, सिटी,भोपू, कलर्ड बिग लोग बेच रहे थे। वहीं  तिरंगा व फेस पेन्टिंग का हर कोई दीवाना दिखा। टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए युवतियां,बच्चे हर कोई चेहरे पर तिरंगा पेंटिंग कराता नजर आया।

रोहित शर्मा की टीशर्ट हुईं खत्म
सड़क पर दर्जन भर से अधिक लोग टीम इंडिया की जर्सी बेच रहे थे। इनमें सबसे अधिक डिमांड रोहित शर्मा की टीशर्ट की रही। साढ़े पांच बजे वेंडरों के पास रोहित के नाम छपी टीशर्ट समाप्त हो गयी थी।

बाहर ब्लैक में बिका टिकट
स्‍टेडियम के बाहर ब्लैक में टिकट का खेल भी चला। सड़क पर टीम इंडिया की जर्सी पहने युवा लोगों से टिकट के बारे में पूछ रहे थे।वह 1500 का टिकट दो हजार में बेच रहे थे। यह हाल तब है जब चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है।
   


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