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एफआइआर वापस हो, नहीं तो बंद कर देंगे बिजली कर्मी कामकाज: विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति

लखनऊ के शक्ति भवन परिसर में बिजली कर्मियों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की मांग कर रहे अभियंता व कर्मचारी। निजीकरण के विरोध में मशाल जुलूस निकालने पर लिया था एक्शन विरोध जताया सरकार पर लगाया अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भेजने का आरोप।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 11:02 PM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 11:02 PM (IST)
एफआइआर वापस हो, नहीं तो बंद कर देंगे बिजली कर्मी कामकाज: विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति
लखनऊ में निजीकरण के विरोध में मशाल जुलूस निकालने पर बिजली कर्मियों पर दर्ज हुआ था मुकदमा।

लखनऊ, जेएनएन। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर आज शक्तिभवन के साथ पूरे प्रदेश के सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओं ने दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक कार्य बहिष्कार करके विरोध प्रदर्शन किया। कर्मियों ने आरोप लगाया कि वाराणसी एवं प्रयागराज में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर मशाल जुलूस निकाल रहे कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराना, कहां का इंसाफ है। संघर्ष समिति ने एफआइआर दर्ज कराने की घोर निन्दा करते हुए मुकदमे वापस लेने की मांग की है। चेतावनी दी कि अगर मुकदमे व मांगे न मानी गई तो बिजली कर्मी पूरे पूर्वांचल में काम ठप करने को बाध्य होंगे और अनिश्चिताकलीन हड़ताल पर कर्मचारी चले जाएंगे। 

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संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि निजी कंपनी अधिक राजस्व वाले वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं को प्राथमिकता पर बिजली देगी जैसा कि ग्रेटर नोएडा और आगरा में निजी कंपनियां कर रही हैं। निजी कंपनी निश्चित रूप से लागत से कम मूल्य पर किसी गरीब उपभोक्ता/किसान को बिजली नहीं देगी। निजीकरण के बाद स्वाभाविक तौर पर इन उपभोक्ताओं के लिए बिजली मंहगी हो जाएगी। संयोजक शैलेंद्र दुबे ने शक्ति भवन पर आयोजित विरोध सभा को ऑनलाइन पिपरी परियोजना, सोनभद्र से संबाेधित किया। उन्होंने निजीकरण के विरुद्ध एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू होने का तरफ़ भी साफ़ इशारा किया। दक्षिणांचल अभियंता संघ के उपाध्यक्ष आर के वर्मा ने कहा कि मौजूदा प्रबंधन ऊर्जा क्षेत्र में सुधार वास्तविक कारणों को ध्यान में रख कर नही करना चाहती।लखनऊ में शक्तिभवन पर हुई सभा को पी के पाण्डेय, एके सिंह, सुहेल आबिद, रतनदीप मौर्य, विजय गुप्ता, सी वी एस गौतम, ए एन सिंह, के के वर्मा, डी के प्रजापति, राहुल सिंह, संदीप तिवारी, संदीप सिंह, के के यादव, संदीप अग्रवाल, मनीष कुमार सिंह, डी डी शर्मा, जटा शंकर मिश्रा, ए के मिश्रा, वी के सिंह कलहंस, कुलेंद्र सिंह चौहान, सुनील कुमार यादव, वी के सिंह, आशीष कुमार, शिवम त्रिपाठी, अंकित द्विवेदी, अभिनव तिवारी, अभिषेक दुबे, श्यामवीर सिंह, अतुल कुमार, पंकज पांडेय, विवेक तिवारी व दिवाकर यादव ने संबोधित किया।


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