Electricity Theft in Lucknow: लखनऊ में पकड़ी गई लाखों की बिजली चोरी, नहीं जमा हुआ असेसमेंट
Electricity Theft in Lucknow रो हाउस में कटिया लगाकर हो रहा था निर्माण। एलडीए भी रही अंजान नहीं पास है नक्शा। हजारों बिजली चोर पकड़े गए लेकिन असेसमेंट का पैसा जमा करने वालों का ग्राफ आठ से दस फीसद ही है।
लखनऊ, जेएनएन। Electricity Theft in Lucknow: महीनों तक बिजली चोरी की, पकड़े गए तो बिजली विभाग ने लाखों रुपये का असेसमेंट बना दिया। अब वह कागजों में दफन है और समय-समय पर ब्याज लगाकर राजस्व का आंकड़ा बढ़ा रहा है। चाहे मामला कुर्सी रोड स्थित निजी टाउन शिप का हो या फिर ठाकुरगंज के फ्लैटों में पकड़ी गई बिजली चोरी का। प्रवर्तन टीम विवेचना के अलावा कुछ नहीं कर पा रही है। वहीं बिजली चोरी करने वालों की सेहत पर कोई असर नहीं है। लाइन लॉस रोकने के लिए लेसा ने अपने सभी खंडों में खूब अभियान चलाया। हजारों बिजली चोर पकड़े गए, लेकिन असेसमेंट का पैसा जमा करने वालों का ग्राफ आठ से दस फीसद ही है।
कुर्सी रोड स्थित मोहम्मद आजम खान के यहां विजिलेंस ने बिजली चोरी पकड़ी, यहां 39 किलोवॉट की बिजली चोरी पकड़ी गई। प्रथम दृष्टया अवर अभियंता अरविन्द कुमार व एसडीओ शैलेंद्र धूसिया को निलंबित कर दिया गया। दो दिन बाद शक्ति भवन की टीम ने यहां फिर चोरी पकड़ी। कई मकानों में सीधे कटिया लगाकर बिजली चोरी की जा रही थी, जिसके यहां बिजली चोरी पकड़ी गई, उसने जुर्माने की राशि ढाई लाख जमा करके, इतीश्री कर ली। अधिशासी अभियंता बीकेटी एचपी मिश्रा के मतुाबिक बाइस लाख से अधिक का असेसमेंट बना था, लेकिन जमा नहीं ंहुआ। वहीं अभियंता जो इस बिजली चोरी में लिप्त नहीं थे, उन्हें भी बहाल नहीं किया गया। खासबात रही कि बिजली चोरी करने वाले ने रो हाउस बनवा रखे हैं, इनकी बिजली वर्तमान में कैसे चल रही है, इसको लेकर जांच की आश्यकता है। क्योंकि बिजली विभाग यहां नंगे तारों को हटवाकर सीधे एबीसी लगवा दी थी, जिससे चोरी न हो सके। वहीं एलडीए से इन मकानों को नक्शा भी अप्रूव नहीं है।
अभियंताओं का निलंबन न हुआ वापस
बिजली विभाग के चार अभियंताओं का निलंबन बिजली चोरी के मामले में कर दिया गया था। एक माह पहले मध्यांचल एमडी सूर्य पाल गंगवार से राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन, उत्तर प्रदेश से मुलाकात करके निलंबन वापस की मांग दोहराई थी। आश्वासन दिया गया था कि एक माह में निलंबन वापस हो जाएगा, लेकिन दो अवर अभियंता व दो उपखंड अधिकारी आज भी निलंबित है। इससे अभियंताओं में आक्रोश है। मध्यांचल मंडल के अध्यक्ष संजीव वर्मा ने बताया कि अगर निलंबन वापस न हुआ तो अभियंता आंदोलन करने को विवश होंगे। क्योंकि अभियंता चौबीसों घंटे बिजली व राजस्व वसूली पर पूरी ताकत से लगा है, इस पर प्रबंधन को साथ देना चाहिए न कि उत्पीड़न करना चाहिए।