शादियों के बिजली कनेक्शन बढांएगे राजस्व, बिजली विभाग हुआ सख्त
राजधानी लखनऊ में सर्दियों में होने वाली सहालग पर विशेष रूप से नजर रख रहा है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच मांगलिक कार्यों की भरमार रहेगी होटल लॉन व सामुदायिक केंद्रों के लिए ले रहे अस्थायी बिजली कनेक्शन।
लखनऊ, जेएनएन। गर्मियों की सहालग का नुकसान उठा चुका बिजली विभाग अब ठंडियों में कोई नुकसान नहीं उठाना चाहता है। इसलिए जिन उपभोक्ताओं ने गर्मियों की सहालग की तिथि अक्टूबर से दिसंबर के बीच बढ़वा ली थी, उनसे कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। वहीं बिजली विभाग ने हर उपकेंद्र के अंतर्गत आने वाले लॉन, शादी घर, सामुदायिक केंद्रों पर भी नजर रखनी शुरू कर दी है। स्वीकृत लोड से अधिक बिजली खर्च होने पर कार्रवाई की जाएगी वही कटिया से अगर मांगलिक कार्य होते हुए मिले तो उपभोक्ता को बिजली चोरी के मुकदमे का सामान भी करना पड़ सकता है। ऐसे में एक एक अस्थायी कनेक्शन पर बिजली विभाग नजर रखे हुए है।
ट्रांस गाेमती के मुख्य अभियंता प्रदीप कक्कड़ ने बताया कि लखनऊ में अमूमन दो करोड़ से अधिक का राजस्व अस्थायी कनेक्शन से आ जाता था। इस बार लॉक डाउन के कारण मांगलिक कार्य न के बराबर हुए। अब शुभ कार्यों में 200 लोग एकत्रित होने की शुरुआत हुई है। ऐसे में सभी उपकेंद्रों में अस्थायी कनेक्शन के लिए आवेदन आने शुरू हो गए हैं। चालीस किलोवॉट से कम कनेक्शन न देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं कनेक्शन देने से पहले मौके पर अवर अभियंता को भेजने के लिए कहा गया है। इससे वास्तुस्थिति से अवगत हुआ जा सके। अमूमन भारी भरकम पंडाल में चालीस किलोवॉट का कनेक्शन लिया जाता है और बिजली की खपत कई गुना ज्यादा हो जाती है। इससे राजस्व का नुकसान होता है।
शादी घर, लॉन व सामुदायिक केंद्रों की लिस्ट बनाई जाए
हर उपकेंद्र के अंतर्गत आने वाले शादी घर, लॉन, होटल व सामुदायिक केंद्रों की लिस्ट बनाई जाएगी। उद्देश्य होगा कि बिजली की खपत का आंकलन सहालग के समय किया जा सके। जरूरत पड़ने पर मौके पर जाकर टीम निरीक्षण कर सके। सूची बनाते वक्त क्षेत्रीय अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वह फोन नंबर भी संचालनकर्ता का ले लें।