लखनऊ सहित देश की 56 छावनियों के चुनाव फरवरी में Lucknow news
रक्षा मंत्रालय ने 10 दिसम्बर तक एससी/एसटी 24 तक महिला वार्डो की लिस्ट मांगी।
लखनऊ, जेएनएन। देश की 56 छावनी परिषद् के सदस्यों का चुनाव अगले साल फरवरी में होंगे। रक्षा मंत्रालय ने लखनऊ सहित इन 56 छावनियों में एससी/ एसटी और महिला वार्डो के आरक्षण की प्रक्रिया पूरी के रिपोर्ट मांगी है। दरअसल 10 फरवरी को लखनऊ सहित 56 छावनियों का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। वही देहू रोड, अम्बाला और दिल्ली छावनी का कार्यकाल अगले साल जून और जुलाई में पूरा हो रहा है।
लखनऊ ए श्रेणी की छावनी है। यहां के आठ में से तीन महिला वार्ड होंगे। छावनी परिषद् के अध्यक्ष लॉटरी से तीन महिला वार्डो को चुनेंगे। लॉटरी प्रक्रिया 24 दिसम्बर से पहले पूरी करनी होगी। छावनी परिषद् चुनाव में 2008 के चुनाव में पहली बार महिला वार्डो का आरक्षण शुरू गया था । इस चुनाव में वार्ड दो, तीन और सात महिला बने थे। जबकि वर्ष 2015 के चुनाव में लॉटरी से वार्ड चार, छह और आठ महिला वार्ड बनाये गए। इस बार वार्ड एक, चार,छह और आठ की लॉटरी नही होगी।वर्ष 2011 की जन गणना के अनुसार एससी/एसटी का एक वार्ड आरक्षित होगा। लखनऊ में एक बार फिर वार्ड एक आरक्षित होगा।
वर्ष 2008 और 2015 के चुनाव में भी ये वार्ड आरक्षित था। रक्षा सम्पदा मुख्यालय की एडीजी (कैंट) सोनम यांगडोल ने सभी कैंट को आरक्षण प्रक्रिया प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। परिषद् उपाध्यक्ष का चुनाव सीधे मतदाता से कराने को लेकर अभी कोई निर्णय नही हो सका है। यह चुनाव सदन में निर्वाचित सदस्य करते हैं।। लगा नगर निगम में विलय पर विराम रक्षा मंत्रालय ने कुछ महीने पहले की छावनी के असैन्य इलाको को नगर निगम में विलय करने का प्रस्ताव दिया था। ऐसा आम नागरिकों के लिए मूलभूत सुविधा मुहैया कराने के लिए किया गया था। तब से ये कयास लग रहे थे कि छावनी का एक हिस्सा नगर निगम में शामिल हो जाएगा। हालांकि अब चुनाव की तिथि आते ही इस पर विराम लग गया है।।
सबकी नजर लखनऊ पर
इस चुनाव में सबकी नजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र की लखनऊ छावनी पर होगी।वर्ष 2015 के चुनाव में भाजपा ने अपने सिम्बल पर प्रत्याशी उतारे थे। हालांकि लखनऊ कैंट में भाजपा का सिम्बल प्रत्याशियों को आवंटित नही हो सका था। इस चुनाव में भाजपा समर्थित एक भी प्रत्याशी नही जीत सका था।