Eid Mubarak 2020: गले लगाए न हाथ मिलाएं, घर पर पढ़े ईद की नमाज...फोन पर दें मुबारकबाद
घरों में होगी ईद की नमाज धर्मगुरुओं ने की परिवार के साथ ईद मनाने की अपील।
लखनऊ, जेएनएन। एक महीने के रमजान पाक के 30वें रोजे का शवाब मिलने की खुशी रोजेदारों में साफ नजर आ रही थी तो दूसरी ओर संक्रमण से खुद के साथ समाज को बचाने का उत्साह भी कम नहीं दिखा। सोमवार को ईद मुबारक की खुशियां अपनों के साथ मनाने और गले लगाने और हाथ मिलाने के परहेज करने की मौलानाओं की अपील काे भी मुस्लिम समाज के लोग मानने को तैयार हैं। कोरोना संक्रमण से देश व समाज को बचाने के लिए पहला ऐसा मौका होगा जब ईद पर एक दूसरे को गले लगाने के बजाय दूर से या मोबाइल फोन से मुबारकबाद देंगे।
सोमवार को सुबह 11 बजे से घरों में ईद की नमाज होगी और उसके बाद रोजेदार परिवार को ईद मुबारक बोेलेंगे और दोस्तों व संबंधियों को फोन पर मुबारकबाद देंगे। मुस्लिम समाज के लाेग घरों में तैयारियों में जुट गए हैं। पुराने कपड़ों से ईद मनाने की गुजारिश के बावजूद लोग मनपंसद कपड़ों के साथ ईद मनाने की तैयारी कर रहे हैं। बाजारों में भी इसे लेकर खासा उत्साह है।
इमाम ईदगाह माैलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ईद पर घरों में नमाज पढ़ने के साथ ही अल्लाह से समाज को कोरोना से महफूज करने की दुआ करने की अपील की है। उन्होंने ईद पर गले न मिलने और सोशल मीडिया के माध्यम से मुबारकबाद देने और घर में परिवार के साथ ईद की खुशियां मनाने की गुजारिश भी की है।
मजलिस-ए-उलमाए हिंद की वेबसाइट पर लाइव होगी ईद की नमाज - मौलाना कल्बे जवाद
शिया धर्मगुरु और इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जवाद ने सभी को सोमवार को ईद के मुबारक दिन शारीरिक दूरी बनाकर नमाज घरों में नमाज पढ़ने और गले लगाने से परहेज करने की गुजारिश की है। उन्होंने बताया कि मजलिस-ए-उलमाए हिंद की वेबसाइट पर लाइव होगी ईद की नमाज लाइव होगी। सुबह 11 बजे से नमाज अदा की जाएगी। घर पर ही रहकर सभी लोग नमाज अदा करें और प्रशासन की गाइड लाइन को मानें। लाइव के ज़रिए अकेले की नीयत से लोग नमाज़ अदा कर सकते हैं। ईद के लिए हमेशा से ही रहा है कि पहले गरीबो की मदद करे फिर खुद ईद मनाएं। ऐसे में इस बार इसका खास ख्याल रखें। अच्छे-अच्छे पकवान खाने से अच्छा है की गरीब की मदद करें।
इदारा- ए-शरइया फरंगी महली के अध्यक्ष मुफ्ती अबुल इरफान मियां फरंगी महली ने ईद पर मस्जिद या ईदगाह में नमाज़ न पढ़ने और घरों में ही नजाज पढ़ने की अपील की है। मौलाना ने ईद पर कुछ हिदायतें बरतने की गुजारिश भी की है।
ईद के दिन क्या करें
- लॉकडाउन की वजह से आप मस्जिद या ईदगाह में नमाज न पढ़ पाने पर नमाज़ -ए- ईद के गुनाहगार अाप नहीं होंगे।
- यह नमाज़ अकेले पढ़ें यही वर्तमान हालात में बेहतर होगा।
- कोई भी मुसलमान अपने घर पर ईद की नमाज़ बा जमात ना पढ़ें।
- घर की महिलाएं भी नमाज़ पढ़े।
- मुसलमान अगर चाहे अपने - अपने घरों पर दो रकात या चार रकात (मुस्तहब ) नफिल नमाज़ शुकराना अकेले-अकेले पढ़ सकते हैं।
- याद रखें यह नमाज़ सुबह 6:30 बजे से लेकर 11: 30 बजे दिन से पहले ही अदा करनी है।
- हालाते हाज़रा में ईद मनाने के लिए नए कपड़ों की ज़रूरत नही है , जो कपड़ा आपके पास बेहतर हो वही पहनकर ईद मनाएं।
- ईद की ख़ुशी अपने -अपने घरों में मनाए न तो किसी के घर जाएं और न ही किसी को अपने घर बुलाएं।
- ईद की खुशी में लोगों से गले मिलने और मुसाफा करने से परहेज़ करें।
- मोबाइल फोन के ज़रिए ही दोस्तों , रिश्तेदारों , मिलने वालों को ईद की मुबारकबाद दें।
- मौजूदा हुकूमत की तरफ से कोरोना के संबंध में जारी की गई गाइडलाइंस पूरा अमल करेंगे।
- गरीब मुसाफिर परेशान हाल की हर मुमकिन मदद की जाए।