Easter: जुलूस में दिखा प्रभु यीशु के अवतरण का उल्लास
राजधानी में हर्षोल्लास से मनाया गया ईस्टर निकाला गया जुलूस।
लखनऊ, जेएनएन। प्रभु यीशु के दोबारा अवतार लेने की खुशी रविवार को ईस्टर जुलूस मेें नजर आई। एक ओर जहां ढोल-मजीरे की थाप पर ईसाई समाज के लोग थिरक रहे थे तो दूसरी ओर सलीब के साथ आगे चलते धर्माध्यक्ष व पादरियों की टोली। सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च लालबाग से निकला जुलूस सेंट जोसेफ कैथेड्रल में धर्मसभा में तब्दील हो गया।
सन्नाटी सड़क पर शाम को निकले ईस्टर जुलूस में गिटार के साथ गाओ गाओ जय के गीत गाओ...और वो तो जिंदा है, यीशु हमारा...गीत गाते अनुयायियों की टोलियां जुलूस में चार चांद लगा रही थीं। जुलूस के आगे-आगे सलीब के साथ कैथेड्रल विशप जेरॉल्ड जॉन मथायस, फादर इलियस राडरिक, डॉ.डोनाल्ड एचआर डिसूजा के अलावा राकेश चत्री, मॉरिस कुमार, संजय लांजरस व पादरी राजेंद्र सिंह समेत सभी गिरजाघरों के फादर जुलूस में चल रहे थे। जुलूस के दौरान कोई डांडिया कर रहा था तो कोई ढोल ताशे पर भांगड़ा। ईसाई समाज के लोगों की मौजूदगी में निकला जुलूस कैसरबाग चौराहा, नूर मंजिल, नावेल्टी चौराहा होते हुए कैथेड्रल पर समाप्त हुई। फादर डॉ.डोनाल्ड डिसूजा ने सभी को प्रभु यीशु के संदेशों को जनजन तक पहुंचाने और सभी का भला करने का आह्वान किया। चर्च परिसर में सबसे अच्छा यीशु नाम, जय यीशु जय नाम... और 'सारी सृष्टि के मालिक तुम ही हो...आराधना गीत गाकर माहौल को भक्ति से सराबोर कर दिया। देर शाम सभी ने एक दूसरे को गले लगाकर प्रभु के अवतरण की बधाई दी। वहीं एसेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च लखनऊ और कानपुर ने मिलकर नवाबगंज में 'ईस्टर डॉन सर्विस' का आयोजन किया गया।
ईस्टर मेला आज, मिलन कल
लालबाग स्थित एपीफेनी चर्च में सोमवार की शाम को ईस्टर मेले का आयोजन होगा। मेले में बच्चों के लिए झूले और स्वादिष्ट व्यंजनों का इंतजाम किया जाएगा। यह मेला ईस्टर संडे के दूसरे दिन हर वर्ष लगाया जाता है। इसीलिए इसे 'ईस्टर मंडे का मेला' कहा जाता है। मेला पिछले 40 वर्षों से चर्च में आयोजित किया जा रहा है। क्राइस्ट चर्च इंटर कॉलेज में मंगलवार को ईस्टर मिलन का आयोजन होगा। प्रधानाचार्य राकेश चत्री ने बताया कि गीत संगीत के बीच शाम छह बजे से आयोजन शुरू होंगे।