Move to Jagran APP

कोविड-19 अस्पतालों में ड्यूटी डॉक्टर व कर्मचारी अब होटल नहीं घर पर होंगे 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से सभी जिलों में गठित चिकित्सालय संक्रमण नियंत्रण समितियों को निर्देश दिए हैं कि वे सख्ती से प्रोटोकाल का पालन करवाएं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 12:24 AM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 12:25 AM (IST)
कोविड-19 अस्पतालों में ड्यूटी डॉक्टर व कर्मचारी अब होटल नहीं घर पर होंगे 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन
कोविड-19 अस्पतालों में ड्यूटी डॉक्टर व कर्मचारी अब होटल नहीं घर पर होंगे 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन

लखनऊ, जेएनएन। कोविड-19 अस्पतालों में ड्यूटी दे रहे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को अब होटलों में क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा। वे 14 दिनों के लिए अपने-अपने घरों में ही क्वारंटाइन रहेंगे। कोरोना प्रोटोकाल के तहत बचाव के उपायों में लापरवाही बरतने पर शासन ने सख्त नाराजगी जताई है। संक्रमण की आशंका के मद्देनजर मेडिकल प्रिवेंशन एंड कंट्रोल प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। नए प्रोटोकाल के अनुसार ही अब कोविड व नान कोविड अस्पतालों में उच्च जोखिम एक्सपोजर व निम्न जोखिम एक्सपोजर तय किया जाएगा। फिलहाल नान कोविड अस्पतालों में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा।

loksabha election banner

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से सभी जिलों में गठित चिकित्सालय संक्रमण नियंत्रण समितियों को निर्देश दिए हैं कि वे सख्ती से प्रोटोकाल का पालन करवाएं। सभी स्वास्थ्यकर्मियों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट उपलब्ध कराया जाएगा और प्रशिक्षण दिया जाएगा। नियमित सभी की थर्मल स्कैनिंग होगी। अगर किसी ने बिना पीपीई किट के काम किया तो तत्काल इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाएगी। पीपीई उल्लंघन करने पर चिकित्साकर्मियों  को दो श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा।

पहला उच्च जोखिम एक्सपोजर इसमें बिना पीपीई किट के मरीज का नमूना लेना, एरोसाल उत्पन करने वाली प्रक्रिया करना, बिना मास्क, फेस शील्ड व चश्म के मरीज से एक मीटर की दूरी के अंदर 15 मिनट से ज्यादा संपर्क में रहना और दुर्घटनावश मरीजों के शारीरिक द्रव्य के संपर्क में आना। इन उच्च जोखिम एक्सपोजर वाले स्वास्थ्यकर्मियों को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया जाएगा। अगर इनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटव आती है तो इन्हेंं कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। अगर कोरोना वायरस नहीं पाया जाता है तो यह 14 दिनों की होम क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर वापस अस्पताल में काम पर लौटेंगे। ऐसे स्वास्थ्यकर्मी जो उच्च जोखिम एक्सपोजर में नहीं आते वह निम्न जोखिम एक्सपोजर की श्रेणी में माने जाएंगे। इन्हें होम क्वारंटाइन की कोई आवश्यकता नहीं होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.