आत्मनिर्भर भारत अभियान में दिखे यूपी भाजपा के नए तेवर, सवा करोड़ लोगों को डिजिटल नेटवर्किंग से जोड़ा
उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि फेसबुक ट्विटर और यू-ट्यूब आदि डिजिटल माध्यमों से सवा करोड़ से अधिक लोगों तक अपना संदेश देने का अनुभव रहा।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। लंंबे लॉकडाउन की अवधि में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बूथ स्तर तक अपनी डिजिटल नेटवर्किंग को न केवल मजबूत किया बल्कि परखकर भी देखा। बूथस्तरीय कार्यकर्ता भी अब संपर्क-संवाद की नई विधा में पूरी तरह दक्ष हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में आत्मनिर्भर भारत अभियान में सवा करोड़ से अधिक लोगों को डिजिटल नेटवर्किंग से जोड़कर भारतीय जनता पार्टी ने नए तौर तरीके वाले राजनीतिक संघर्ष के लिए खुद को तैयार कर लिया है।
मोदी सरकार की वर्षगांठ पर गत एक जून से 27 जून तक चले आत्मनिर्भर भारत अभियान में परिवार संपर्क कार्यक्रम को छोड़कर अन्य सभी कार्यक्रम ऑनलाइन ही आयोजित किए गए। तीन बड़ी वर्चुअल जनसंवाद रैलियों का प्रयोग कामयाब रहने से उत्साहित उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह कहते हैं कि फेसबुक, ट्विटर और यू-ट्यूब आदि डिजिटल माध्यमों से सवा करोड़ से अधिक लोगों तक अपना संदेश देने का अनुभव नया था। इसमें खास बात यह रही कि शीर्ष नेतृत्व से निचले स्तर का कार्यकर्ता अपना सीधा जुड़ाव महसूस करता है। रैलियों को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा नरेंद्र सिंह तोमर व स्मृति ईरानी ने भी संबोधित किया। समाज के 20 से अधिक वर्गों के वर्चुअल सम्मेलनों के जरिए सामाजिक समीकरण को साधने का अवसर मिला।
छोटी बैठकों में सवाल जवाब का लाभ : बूथ, मंडल व जिला स्तर पर वर्चुअल बैठकों में कार्यकर्ताओं के मन की बात सुनने का लाभ संगठन को मिलेगा। इससे शीर्ष नेतृत्व को संगठन में निचले स्तर तक फीडबैक लेने की आसानी भी रहेगी। महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल का कहना है कि चार सौ से अधिक छोटी बड़ी बैठकों के आयोजन से कार्यकर्ताओं को कोरोना काल में सेवा कार्यों में बेहतर ढंग से लगाया जा सका। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल की निरंतर कोशिशों का नतीजा है कि कोरोना जैसी वैश्विक आपदा में भी आम भाजपाई डिजिटल माध्यमों के प्रयोग में पारंगत हो गया।
डेढ लाख बूथों तक रही सक्रियता : परिवार संपर्क कार्यक्रम सबसे चुनौतीपूर्ण था क्योंकि सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए संक्रमण बचाव के उपायों को पालन करते हुए एक करोड़ 15 लाख घरों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिट्ठी पहुंचाने का कार्य किया गया। समन्वय अनूप गुप्ता ने बताया कि सभी छोटे बड़े नेताओं के अपने बूथ व क्षेत्र मेें सक्रिय रहने की अनिवार्यता ने मुुश्किल दिखने वाले काम को आसान कर दिया। उन्होंने दावा किया कि डेढ़ लाख से अधिक बूथों पर कार्यकर्ता घर-घर संपर्क करने पहुंचे।