Kerala Elephant Incident Effect : केरल जैसी घटना से बचने के लिए लखीमपुर के दुधवा में अलर्ट
Kerala Elephant Incident Effect फील्ड निदेशक ने बताया कि जंगल में जानवरों की सुरक्षा के लिए विशेष सर्तकता बरती जा रही है।
लखीमपुर, जेएनएन। Kerala Elephant Incident Effect : केरल में गर्भवती हथिनी की अनन्नास में बम रखकर खिलाने से उसकी मौत हो जाने को लेकर दुधवा में एलर्ट घोषित किया गया है। पार्क के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने कर्मियों से जंगली हाथियों की सघन निगरानी रखने के साथ अनाधिकृत लोगों के जंगल में प्रवेश पर कड़ाई से रोक लगाने को कहा है। पलिया आए फील्ड निदेशक संजय पाठक ने जागरण से बातचीत में कहा कि केरल में हथिनी के साथ हुई घटना हृदयविदारक है। यह किसी भी दशा में क्षम्य नहीं है। उन्होंने कहा कि केरल की घटना को लेकर दुधवा में एलर्ट जारी कर दिया गया है।
कर्मियों को पार्क के पालतू हाथियों को सुरक्षित रखने के साथ ही उन तक किसी भी बाहरी व्यक्ति को न जाने देने के निर्देश दिए गए हैं। पार्क में जंगली हाथियों के समूह की भी निगरानी रखने को कहा गया है। जंगली हाथियों को जंगल से बाहर न आने देने के साथ उनका मानव से होने वाले संघर्ष को भी रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
पार्क कर्मियों को कहा गया है कि यदि कोई हाथियों का झुंड जंगल के किनारे आ जाता है या फसलों का नुकसान करता है तो सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाय और उन्हे जंगल में वापस भेजने के साथ उनकी निगरानी कड़ी की जाय। जिस जगह पर हाथियों की लोकेशन हो उसके आसपास बाहरी लोगों को जंगल में न जाने दिया जाय जिससे केरल की तरह होने वाली घटना से बचा जा सके।
गौरतलब है कि पार्क में इस समय करीब 23 पालतू हाथी हैं जो गैंडा फेज 1 तथा गैंडा फेज 2 व दुधवा कैंपस में रह रहे है। जंगल में इस समय जंगली हाथियों के तीन झुंड मौजूद हैं और प्रत्येक झुंड में 25 से 40 हाथी है। यह पूरे जंगल में घूमते रहते है और कभी कभी जंगल से बाहर आकर गन्ने की फसलों को नुकसान भी पहुंचा देते है। इन जंगली हाथियों के लिए इस तरह का खतरा बराबर बना रहता है।