नशे में टल्ली GRP चौकी इंचार्ज ने दारोगा को पीटा, निलंबित Lucknow News
रेलवे के एक निष्प्रयोज्य मकान में आपत्तिजनक स्थिति में मिले थे चौकी इंचार्ज। जीआरपी सीओ प्रथम अरुण सिंह को सौंपी जांच।
लखनऊ, जेएनएन। जीआरपी लखनऊ जंक्शन प्रभारी को रेलवे के खंडहर बन चुके निष्प्रयोज्य मकान में आपत्तिजनक हालत में पाया गया। गश्त कर रही बाजारखाला पुलिस के उपनिरीक्षक और एक सिपाही ने जब मामला पकड़ा तो चौकी इंचार्ज अपना आपा खो बैठे। आरोप है कि शराब के नशे में धुत चौकी इंचार्ज और उसके एक साथी ने बाजारखाला थाना के उपनिरीक्षक व सिपाही की जमकर पिटाई की। मौके से चौकी इंचार्ज व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, एसपी रेलवे सौमित्र यादव ने चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया है। जांच जीआरपी सीओ प्रथम अरुण कुमार सिंह को सौंपी गई है।
बाजारखाला थाना पर तैनात उपनिरीक्षक बृजलाल यादव, सिपाही अरुण कुमार के साथ शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे गश्त कर रहे थे। ऐशबाग में रेलवे लाइन के किनारे निष्प्रयोज्य हो चुके रेलवे के एक आवास से जोर-जोर से आवाज आ रही थी। जैसे ही उपनिरीक्षक बृजलाल यादव भीतर कमरे में पहुंचे। यहां लखनऊ जंक्शन जीआरपी चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह राठौर, उनका साथी टीकमगढ़, मध्य प्रदेश निवासी अरविंद विश्वकर्मा और एक महिला आपत्तिजनक स्थिति में मिले।
उपनिरीक्षक बृजलाल यादव और सिपाही अरुण को देखते ही महिला पीछे के दरवाजे से भाग खड़ी हुई। वहीं, जब उपनिरीक्षक पूछताछ करने लगे तो नशे में धुत चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह राठौर ने गालियां देते हुए हमला कर दिया। उपनिरीक्षक और सिपाही वहां से भाग निकले। कुछ दूर जाकर ऐशबाग चौकी को इसकी सूचना दी। चौकी से दो और सिपाही आ गए। इसके बाद धर्मेंद्र सिंह राठौर और उसके साथी अरविंद को गिरफ्तार कर लिया गया। ऐशबाग पुल के नीचे खड़ी चौकी इंचार्ज की कार भी जब्त कर ली गई। मेडिकल में धर्मेंद्र सिंह और उसके साथी के नशे में होने की पुष्टि हुई है। वहीं बाजारखाला पुलिस के उपनिरीक्षक और सिपाही का प्राथमिक उपचार करवाया गया। एसपी रेलवे सौमित्र यादव ने चौकी इंचार्ज को शनिवार को निलंबित कर दिया।