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DR Sugestions: गंदा और गीला मास्क दे सकता है फंगल इंफेक्शन, इन बातों का रखें खास ध्‍यान

संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) के माइक्रोबायलोजिस्ट एसोसिएट प्रो. चिन्मय साहू के मुताबिक कवक या फंगल बैक्टीरिया के पनपने के लिए नमी भरा मौसम सबसे अनुकूल होता है। गर्मी में पसीने से गीला हो जाता है मास्क इसलिए दो से तीन मास्क लेकर निकलें।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 08:08 AM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 02:05 PM (IST)
DR Sugestions: गंदा और गीला मास्क दे सकता है फंगल इंफेक्शन, इन बातों का रखें खास ध्‍यान
स्टेरायड या दूसरे इम्यूनोसप्रेसिव पर रहने वाले लोगों में अधिक है आशंका।

लखनऊ, [कुमार संजय]। म्यूकरमायकोसिस (फंगस) के पीछे सबसे बड़ा कारण इम्यूनोसप्रेसिव दवाओं का लंबे समय तक इस्तेमाल तो है ही, इसके अलावा बिना धोए लंबे समय तक मास्क पहनना या खराब हवादार कमरों जैसे बेसमेंट या कम हवादार कमरों में रहना भी है। मास्क गीला हो जाए और तब भी लगाए रहना भी एक बड़ा कारण हो सकता है। यह मास्क कोरोना संक्रमण से सुरक्षा देने के बजाय फंगस संक्रमण की चपेट में ला सकता है। घर से बेहद जरूरी काम के लिए बाहर जाने वाले लोग भी अपनी जेब में एक अधिक मास्क लेकर ही निकलें। जब मास्क गीला हो जाता है तो वह कोरोना संक्रमण से सुरक्षा देने में कम या बिल्कुल ही प्रभावशाली नहीं रह जाता। पानी हवा के बहाव को रोकता है, जिससे मास्क की वायरस कणों को फिल्टर करने की क्षमता घट जाती है। आक्सीजन मास्क से भी इंफेक्शन की आशंका रहती है

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संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) के माइक्रोबायलोजिस्ट एसोसिएट प्रो. चिन्मय साहू के मुताबिक कवक या फंगल बैक्टीरिया के पनपने के लिए नमी भरा मौसम सबसे अनुकूल होता है। ऐसे में अगर मुंह पर लगा मास्क वातावरण के कारण नम अथवा गीला हो जाता है तो उसमें फंगल बीजाणु पहुंच जाएंगे। ये बीजाणु मास्क के माध्यम से नाक में प्रवेश कर सकते हैं। इस वक्त कोरोना के कारण लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो गई है, ऐसे में बहुत संभावना है कि यह फंगल इंफेक्शन आपके फेफड़ों में पहुंचकर शरीर को बीमार कर दे। इम्यूनोसप्रेसिव दवा पर रहने वाले लोगों में यह आशंका काफी अधिक होती है।

धूप में सुखाएं मास्क

मास्क को भी कुछ देर धूप में सुखा लेना सबसे बेहतर उपाय है। सामान्य मौसम में भी गीला या फिर गंदा मास्क न पहनें। कम से कम दो मास्क का उपयोग करें, एक इस्तेमाल के बाद धोकर धूप में सुखा लें और तब तक दूसरा साफ मास्क इस्तेमाल करें। साथ ही अगर लोग डिस्पोजेबल मास्क लगा रहे हैं तो उसे आठ घंटे के बाद बदल दें।

डबल मास्क की सुरक्षा

संक्रमण से बचने के लिए दो मास्क लगाना चाहिए। पसीने से अंदर के मास्क के नम होने की ज्यादा संभावना है, ऐसे में ऊपर वाले मास्क को नीचे कर लें।

मास्क की जांच

कपड़े वाला साधारण मास्क : इस मास्क के ऊपर पानी डालकर देखने पर यह पूरे पानी को अपने अंदर सोख लेगा और पूरी तरह भीग जाएगा।

तीन परत वाला मास्क : ट्रिपल लेयर मास्क में ऊपर से पानी डालकर देखने पर पाएंगे कि यह पानी की पूरी मात्रा को अंदर तक नहीं जाने देगा। अंदर की परतें कुछ कम ही गीली होंगी।

सर्जिकल मास्क : इस मास्क के ऊपर पानी डालकर देखने पर पाएंगे कि यह पानी को अंदर ही नहीं जाने देगा 


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