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Dr. Murli Manohar Joshi Birthday: PM मोदी व CM योगी आदित्यनाथ ने जन्मदिन पर दी डॉ. जोशी को बधाई

Dr. Murli Manohar Joshi Birthday डॉ. मुरली मनोहर जोशी को आज जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट से बधाई दी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी डॉ. मुरली मनोहर जोशी के जन्मदिन पर बधाई संदेश ट्वीट किया है। डॉ मुरली मनोहर अब भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 05 Jan 2021 02:32 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2021 02:49 PM (IST)
Dr. Murli Manohar Joshi Birthday: PM मोदी व CM योगी आदित्यनाथ ने जन्मदिन पर दी डॉ. जोशी को बधाई
डॉ मुरली मनोहर अब भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल है

लखनऊ, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री भारज रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की हर सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी का आज यानी पांच जनवरी को 87वां जन्मदिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए वाराणसी संसदीय सीट छोड़ने वाले डॉ. मुरली मनोहर जोशी को भाजपा की तीन धरोहर में से एक माना जाता है।

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अटल-आडवाणी-मुरली मनोहर। इन नारों से गांव-गांव, शहर-शहर पहुंचने वाले भाजपा के दिग्गज नेताओं में से एक डॉ. मुरली मनोहर जोशी को आज जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट से बधाई दी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी डॉ. मुरली मनोहर जोशी के जन्मदिन पर बधाई संदेश ट्वीट किया है। डॉ मुरली मनोहर अब भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई। वो देश के सबसे वरिष्ठ और सम्मानित नेताओं में से एक हैं। उन्होंने अपने जीवन में लगातार देश के विकास के लिए काम किया है। बतौर मंत्री और सांसद भी डॉ.मुरली मनोहर जोशी का काम शानदार रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि वरिष्ठ एवं जनप्रिय राजनेता, राष्ट्रवादी चिंतक, पूर्व केंद्रीय मंत्री, आदरणीय डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी को उनके जन्मदिन की हृदयतल से शुभकामनाएं। राष्ट्र व समाज के प्रति आपकी निष्काम सेवा भावना हम सभी के लिए अनुकरणीय है। प्रभु श्री राम से आपके सुदीर्घ एवं निरोगी जीवन की कामना करता हूं।

डॉ. मुरली मनोहर जोशी का जन्म पांच जनवरी 1934 को नैनीताल में हुआ। उनका पैतृक निवास उत्तराखंड का कुमायूं क्षेत्र है। बरेली से बीएससी करने के बाद उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एमएससी किया। यहीं से उन्होंने अपनी डॉक्टोरेट की उपाधि भी अर्जित की। यहां पर उनका शोधपत्र स्पेक्ट्रोस्कोपी पर था। अपना शोधपत्र हिन्दी भाषा में प्रस्तुत करने वाले वह पहले शोधार्थी हैं।

वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में ही भौतिक के प्रोफेसर रहे। इसके बाद वह राजनीति में आ गए। जनसंघ से राजनीति शुरू करने वाले मुरली मनोहर जोशी भाजपा के उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी रूपी पौधे को वटवृक्ष बना दिया। वर्ष 1955 में कुंभ किसान आंदोलन से मुरली मनोहर जोशी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की, जो आरएसएस ने शुरू की थी। उसके बाद भारत में आपातकाल के समय 1975 से 1977 तक लोकसभा चुनावों तक वह जेल में रहे।

पहली बार वह अल्मोड़ा से सांसद के रूप में चुने गये थे। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में जब देश में एनडीए की सरकार आई तो वह मानव संसाधन मंत्री बने। मुरली मनोहर जोशी तीन बार इलाहाबाद (प्रयागराज) से सांसद रह चुके है। 2014 में मुरली मनोहर जोशी ने नरेंद्र मोदी के लिए वारणसी की सीट छोड़ दी थी। 2014 में वह कानपुर से सांसद बने थे। डॉ मुरली मनोहर जोशी 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में गृह मंत्री भी रहे थे। उन्होंने 16 मई 1996 को यह पद संभाला था और एक जून 1996 को सरकार गिरने की वजह से उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।


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