कोरोना की लहर में तीन गुनी बढ़ी डबल मास्क की खपत, बाजार में डिस्पोजेबल मास्क की Demand
संक्रमण में ज्यादा सुरक्षित मान लोग कपड़ा या अन्य डिजाइनर मास्क के साथ ही डडिस्पोजेबलभी लगा रहे हैं। एन-95 मास्क भी बाजार में छाए हुए हैं। पिछले साल की तुलना में मास्क की खपत ढाई से तीन गुना बढ़ गई है।
लखनऊ [नीरज मिश्र]। कोरोना संक्रमण का खतरा और संक्रमितों की बढ़ती रफ्तार ने दोहरे मास्क का चलन बाजार में तेजी से बढ़ा दिया है। इनमें डिस्पोजेबल मास्क सबसे ज्यादा खरीदा जा रहा है। संक्रमण में ज्यादा सुरक्षित मान लोग कपड़ा या अन्य डिजाइनर मास्क के साथ ही डिस्पोजेबल मास्क भी लगा रहे हैं। एन-95 मास्क भी बाजार में छाए हुए हैं। पिछले साल की तुलना में मास्क की खपत ढाई से तीन गुना बढ़ गई है।
शहर में रोज करीब ढाई लाख मास्क की खपतपिछले साल कोरोना काल के दौरान मास्क की खपत प्रतिदिन औसतन करीब 75, 000 से 90,000 के बीच थी। दवा विक्रेता समिति के प्रवक्ता सीएम दुबे की मानें तो इस साल आई कोराेना लहर को ज्यादा खतरनाक मान लोगों ने दोहरे मास्क का प्रयोग शुरू कर दिया है। मौजूदा दौर में मास्क की बिक्री बढ़कर सवा दो लाख से ढाई लाख तक हो गई है। इनमें करीब सवा लाख से डेढ़ लाख के बीच द्विस्तरीय एवं ट्रिपल लेयर डिस्पोजेबल मास्क की रोज की खपत है। सस्ता विकल्प जान लोग इन्हें ज्यादा खरीद रहे हैं। बाजार में इन्हें ओटी मास्क यानी ऑपरेशन थियेटर वाले मास्क के रूप में भी जाना जाता है। एन-95, कपडे़ के डिजाइनर और विभिन्न ब्रांडेड कंपनियों के मास्क की भी धमक बाजार में जबरदस्त है।
मास्क की खपत
पहले -अब
75,000 से 90,000
2,25,000 -2,50,000
मास्क-रेट रुपये में
डिस्पोजेबल मास्क
03.00 से 05.00
एन-95
50 से 125
कपड़ा और डिजाइनर मास्क
20 से 50
कार्यकारी अध्यक्ष लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन सुरेश कुमार ने बताया कि शहर में मास्क की खपत बढ़कर ढाई से तीन गुना हो गई है। डिस्पोजेबल मास्क ज्यादा बिक रहे हैं। एन-95 का बाजार भी जोरदार है।
दवा विक्रेता समिति लखनऊ के संगठन मंत्री प्रदीप चंद्र जैन ने बताया कि इस नई कोरोना लहर में ज्यादा खतरा मानकर लोग दोहरे मास्क का अधिक प्रयोग कर रहे हैं।इसमें ओटी मास्क लोग ज्यादा संख्या में खरीद रहे हैं। एन-95 की मांग है।