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Diwali 2020: दीपावली पर समृद्धि के लिए राशियों के अनुसार करें पूजन, जानिए क्या है शुभ मुहूर्त

Diwali 2020 14 नवंबर को शनिवार है और अमावस्या की शुरुआत दोपहर में हो रही है। लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल वृषभ लग्न और सिंह लग्न में करना श्रेयस्कर होगा। काली पूजा अमावस्या की मध्य रात्रि में करना श्रेष्ठ है।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2020 09:35 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 12:18 AM (IST)
Diwali 2020: दीपावली पर समृद्धि के लिए राशियों के अनुसार करें पूजन, जानिए क्या है शुभ मुहूर्त
Diwali 2020: शुभ मुहूर्त में पूजन श्रेयस्कर होगा, दोपहर से लगेगी अमावस्या।

लखनऊ, जेएनएन। Diwali 2020: दीपावली का योग जहां 499 साल के बाद पढ़ रहा है तो पूजन के कई मुहूर्त होने से श्रद्धालुओं को सौभाग्य और समृद्धि के अधिक अवसर मिलेंगे। 14 नवंबर को शनिवार है और अमावस्या की शुरुआत दोपहर में हो रही है। सौभाग्य योग और स्वाति नक्षत्र का संयोग है। आचार्य अनुज पांडेय ने बताया कि लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल, वृषभ लग्न और सिंह लग्न में करना श्रेयस्कर होगा। काली पूजा अमावस्या की मध्य रात्रि में करना श्रेष्ठ है। राशियों के अनुरूप पूजन करने से आपके आधूरे कार्य पूरे होंगे।

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राशियों के अनुरूप पूजन करें ..

  • मेष- दीपावली के दिन श्री गणेश को पीले रंग की मिठाई व लड्डू का भोग लगाएं और मां लक्ष्मी की कमल दल से पूजा करें।
  • वृषभ- हनुमानजी को गुड़-चने का भाेग लगाएं और दक्षिण पूर्व के कोने पर तिल के तेल का दीपक जलाएं और पूजन करें।
  • मिथुन- नारियल के साथ ही मां लक्ष्मी को सूखे मेवे या मेवे की मिठाई का भोग लगाएं। घर के आंगन के बीचो बीच तेल का दीपक जलकार पूजन करें।
  • कर्क- शनिवार होने के कारण श्री गणेश लक्ष्मी पूजन के साथ ही हनुमानजी को लड्डू का भोग लगाएं। पश्चिम दिशा में देसी घी का दीपक जलाएं।
  • सिंह- कलश स्थापित कर पूजन करना श्रेयस्कर होगा। घर के मुख्य स्थानों पर देसी घी के दीपक जलाएं और लक्ष्मी जी को कमल अर्पित करें।
  • कन्या- पूजन से पहले शनि मंदिर में तेल का दीपक जलाएं और भोजन दान करें। घर में तेल का दीपक जलाकर मां लक्ष्मी का ध्यान करें।
  • तुला- पीपल को शर्बत चढ़ाकर तेल का दीपक जलाना श्रेयस्कर होगा। पश्चिम दिशा में देसी घी का दीपक जलाना उत्तम होगा।
  • वृश्चिक- घर के मंदिर में देसी घी का दीपक जलाएं और उसे रात भर जलने दें। हनुमान जी की पूजा करने से रूके कार्य पूर्ण होंगे।
  • धनु- गणेशजी को लड्डू का भोग लगाएं और लक्ष्मी स्वरूप गोमामा को रोटी और गुड़ खिलाएं। मुख्य स्थान पर घी या तेल का दीपक जलाएं
  • मकर- दक्षिण दिशा में तिल के तेल का दीपक जलाएं और श्री गणेश को सफेद रंग की मिठाई व खील का भोग लगाएं।
  • कुंभ- घर के मध्य में तेल का बड़ा दीपक जलाएं और उसी के माध्यम से पूरे घर के रोशन करें। श्री गणेश और लक्ष्मी का पूजन करें।
  • मीन- शनि मंदिर में दीपक, तेल तथा काली उड़द दान करने से सभी रुके काम पूरे हो जाएंगे। पश्चिम दिशा में देसी घी का दीपक जलाना चाहिए।

लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त

आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि दीपावली 14 को है। शुभ मुहूर्त में पूजन करना श्रेयस्कर होगा। कुंभ लग्न- मध्याह्न 12:37 बजे से दोपहर 2:09 बजे तक व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजन करना विशेष फलदायी होगा। शाम को प्रदोष काल शाम 5 :12 बजे से 7:52 बजे तक और वृषभ लग्न शाम 5:16 बजे से शाम 7:13 बजे तक रहेगी। दोनों ही समय घर में पूजन करना उत्तम होगा। सिंह लग्न रात्रि 11:44 बजे से 1:58 बजे तक रहेगी जिसमे साधना की जा सकती है। दीपावली के दिन प्रातःकाल स्नान करके भगवान विष्णु के निर्मित दीपक प्रज्वलित करें । महाकाली पूजा से मनोकामनाओं की पूर्ति और शत्रु भय से मुक्ति के साथ मुकदमें में विजय प्राप्त् होती है। दीपावली पर दक्षिणावर्तीं शंख, श्री यंत्र, गोमती चक्र, मां लक्ष्मी, कुबेर यंत्र, हल्दी की गांठ और छोटा नारियल के साथ पूजन करना चाहिए।


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