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कोरोना संकट के चलते उत्तर प्रदेश में टलीं जिला खरीफ गोष्ठियां, होंगी वर्चुअल किसान पाठशालाएं

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही का कहना है कि जिलों व निचले स्तर पर होने वाली खरीफ गोष्ठियों में सुरक्षित शारीरिक दूरी व संक्रमण से बचाव के अन्य नियमों का पालन करना आसान नहीं है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 11:36 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 06:10 AM (IST)
कोरोना संकट के चलते उत्तर प्रदेश में टलीं जिला खरीफ गोष्ठियां, होंगी वर्चुअल किसान पाठशालाएं
कोरोना संकट के चलते उत्तर प्रदेश में टलीं जिला खरीफ गोष्ठियां, होंगी वर्चुअल किसान पाठशालाएं

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए कृषि विभाग ने इस बार जिला, ब्लॉक व न्याय पंचायत स्तर पर होने वाली खरीफ गोष्ठियों का आयोजन स्थगित कर दिया है। इसके बदले खेती से संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए वर्चुअल किसान पाठशालाएं आयोजित की जाएगी। साथ ही 28 जुलाई को 'किसानों की बात वैज्ञानिकों के साथ' कार्यक्रम की तैयारी जारी है। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे कस्बों में कोरोना संक्रमण का प्रभाव बढ़ने के कारण गोष्ठियां आयोजित करना जोखिम भरा होगा।

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कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का कहना है कि जिलों व निचले स्तर पर होने वाली खरीफ गोष्ठियों में सुरक्षित शारीरिक दूरी व संक्रमण से बचाव के अन्य नियमों का पालन करना आसान नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों व छोटे कस्बों में संक्रमण का प्रभाव बढ़ने के कारण गोष्ठियां आयोजित करना जोखिम भरा होगा। शाही ने कहा कि ऐसे में किसानों को खरीफ फसलों से संबंंधित जानकारी उपलब्ध कराने के साथ उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वर्चुअल किसान पाठशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए ट्रेनर तैयार किए जा रहें है।

कृषि निदेशक सौराज सिंह ने बताया कि किसानों को खेती संबंधी जानकारी देने के लिए वैज्ञानिकों से डिजिटल संवाद किया जाएगा। 28 जुलाई को किसानों की बात वैज्ञानिकों के साथ कार्यक्रम करने की तैयारी जा रही है। इसमें लगभग दो लाख किसानों को विभिन्न डिजिटल माध्यमों से जोड़ने की योजना है। गांवों में बनाए गए वाट्सएप समूहों का उपयोग भी किया जाएगा।


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