सीतापुर में कई वर्षों से चल रहे मार्ग के विवाद पर लगा विराम, रातों-रात लगा गेट- अब सुदामापुरी वासियों को राहत
सीतापुर में सुदामापुरी मोहल्ला वासियों और 11 बटालियन पीएसी के बीच मार्ग को लेकर चल रहा था विवाद। रविवार देर रात गेट लगने के बाद समाप्त हुआ कई वर्षों का विवाद।
सीतापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में सुदामापुरी मोहल्ला वासियों और 11 बटालियन पीएसी के बीच मार्ग को लेकर पिछले कई वर्षों से चला आ रहा विवाद आखिरकार रविवार देर रात गेट बनने के बाद समाप्त हो गया। वहीं, बटालियन के सेनानायक डॉ मनोज कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि अब संबंधित मार्ग से होकर कोई आम रास्ता नहीं रह गया है। मोहल्ला वासी दूसरे वैकल्पिक रास्ते से होकर आवागमन करेंगे।
मार्ग पर गेट रखने के विवाद को लेकर रविवार को मोहल्ला वासियों और पीएसी के बीच काफी बहस हुई थी। मौके पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे। दोनों पक्षों को शांत कराया था। फिर लगभग पूरे दिन जिला प्रशासन इस मामले पर माथापच्ची करता रहा। अंतत: देर शाम डीएम अखिलेश तिवारी ने वस्तुस्थिति जानने के बाद संबंधित मार्ग को 11 बटालियन पीएसी के कैंपस में होना बताया और उस पर पीएसी बटालियन का ही स्वामित्व होने की बात डीएम ने कही।
डीएम ने यह भी कहा कि सुदामापुरी मोहल्ला वासियों के लिए एक अन्य वैकल्पिक मार्ग है। जिस पर इंटरलॉकिंग व लाइटिंग की व्यवस्था कराकर दुरुस्त करा दिया जाएगा। डीएम ने बताया कि इस संबंधित मार्ग के मामले में मोहल्लावासी पूर्व में हाईकोर्ट में रिट दाखिल की थी, जिसे न्यायालय ने यह कहकर खारिज कर दिया था कि संबंधित मामला नगर निकाय का है। इसलिए इस प्रकरण को प्रमुख सचिव नगर निकाय निस्तारित करेंगे।
डीएम ने बताया कि सबूतों के आधार पर प्रमुख सचिव नगर निकाय ने संबंधित मार्ग की जमीन गृह विभाग की होना कहा है। ऐसे में यह कोई आम रास्ता नहीं था। 11 बटालियन पीएसी के सेनानायक डॉक्टर मनोज कुमार ने बताया कि, लालकुर्ती से रोडवेज बस अड्डा तक जाने वाले मार्ग पर बटालियन कैंपस के बीच से होकर निकलता है। सुरक्षा की दृष्टि से कैंपस के बीच में मार्ग पर कुल चार गेट लगाए जाने हैं। जिसमें एक गेट रविवार रात में लगाया जा चुका है। इन प्रत्येक गेट पर गार्ड की तैनाती रहेगी, यदि कोई इमरजेंसी है तभी संबंधित को इस मार्ग से निकलने दिया जाएगा।
पांच नामजद, 20 अज्ञात पर मुकदमा
शहर कोतवाल अम्बर सिंह ने बताया कि रविवार को बीएससी 11 बटालियन में मार्ग पर निर्माणाधीन गेट के विरोध में प्रदर्शन करने वाले मोहल्ला वासियों के विरुद्ध लॉकडाउन उलंघन में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें ऋचा सिंह, पंकज मिश्रा, अरविंद श्रीवास्तव, वसीम मियां, शकील अहमद नामजद हुए हैं। जबकि 20 लोगों के विरुद्ध अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाई : ऋचा सिंह
सुदामापुरी मोहल्ला वासियों का नेतृत्व कर रही सामाजिक कार्यकर्ता ऋचा सिंह ने कहा कि उन्होंने अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाई। अन्याय को खामोशी से बर्दाश्त नहीं किया, यही उनके लिए बहुत है। उन्होंने प्रशासन के निर्णय को शर्मनाक बताया। कहा, रविवार शाम 6 बजे के दौरान दोनों पक्षों को डीएम ने मीटिंग के लिए बुलाया था। लेकिन मोहल्ला वासियों को मीटिंग से दूर रख कर एक तरफा फैसला पीएसी बटालियन के पक्ष में कर दिया गया। उन्होंने लॉकडाउन उल्लंघन में दर्ज हुए मुकदमे का भी विरोध किया है।
माफीनामा पर छूटे दीवान
शहर कोतवाल अंबर सिंह ने बताया कि रविवार को बटालियन में हुए विवाद में लवकुश कश्यप नाम का एक व्यक्ति अपने को दीवान बता रहा था। जिससे हिरासत में लेकर उससे माफीनामा लेकर बरी किया गया है। जानकारी पर पता चला कि यह व्यक्ति उन्नाव जिले में तैनात है।