Lucknow University : विवादों में आया नया MBA कोर्स, दो विभागों के बीच छिड़ी जंग
लखनऊ विश्वविद्यालय के कामर्स विभाग की ओर से शुरू होने वाला नया पीजी स्तर का एमबीए फाइनेंस एंड एकाउंट कोर्स विवादों में आ गया है। दो दिन पहले हुई फैकल्टी बोर्ड की बैठक में मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के हेड संजय मेधावी ने अपनी लिखित आपत्ति दर्ज कराई है।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय के कामर्स विभाग की ओर से शुरू होने वाला नया पीजी स्तर का एमबीए फाइनेंस एंड एकाउंट कोर्स विवादों में आ गया है। दो दिन पहले हुई फैकल्टी बोर्ड की बैठक में मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के हेड संजय मेधावी ने अपनी लिखित आपत्ति दर्ज कराई है। जिसमें कहा है कि जब एमबीए का कोर्स बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन व आइएमएस के तहत पहले से चल रहा है तो दूसरा विभाग से नहीं चला सकता। यदि इसे शुरू भी करना है तो पहले अनुमति लेनी जरूरी है। उनकी इस आपत्ति के बाद कोर्स संचालन पर संकट खड़ा हो गया है।
दरअसल, कामर्स विभाग ने नए सत्र से पीजी स्तर पर एमबीए फाइनेंस एंड एकाउंट कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है। इस प्रोफेशनल कोर्स में 40 सीटों पर प्रवेश लिए जाएंगे। बीते पांच मार्च को विभाग की बोर्ड आफ स्टडी से इसे पास किया गया था। मंगलवार को फैकल्टी बोर्ड की बैठक में इसे रखा गया, जिस पर बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के हेड संजय मेधावी ने आपत्ति उठा दी।
बोर्ड आफ स्टडीज से लेनी चाहिए अनुमति
संजय मेधावी का कहना है कि लविवि के पुराने परिसर में 1955 से एमबीए कोर्स संचालित है। उसके बद न्यू परिसर में स्थित इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट साइंसेज (आइएमएस) के अधीन एमबीए मार्केटिंग, एमबीए फाइनेंस, एमबीए एचआर, एमबीए आइबी(इंटरनेशनल बिजनेस) और एमबीए इंटरप्रिन्योरशिप एंड फैमिली बिजनेस कोर्स संचालित हैं। इनमें कुल मिलाकर 600 सीटें हैं। ऐसे में कामर्स विभाग दूसरे विभाग का एमबीए कोर्स नहीं चला सकता। यदि ऐसा करना भी है तो पहले बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग की बोर्ड आफ स्टडीज से अनुमति लेनी चाहिए थी।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
लविवि कामर्स विभागाध्यक्ष प्रो. अवधेश कुमार ने बताया कि कामर्स विभाग ने अपना प्रोफेशनल रूप से एमबीए कोर्स शुरू किया है। नियमानुसार वह सही है।
लविवि डा. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि एमबीए के नए कोर्स शुरू किए जाने पर एमबीए के हेड ने आपत्ति जताई है। लेकिन लिखित में शिकायत नहीं आई है।