School Reopen: पूर्णत: सुरक्षित हैं विद्यालय, बच्चें भी सोशल डिस्टेंसिंग का करें पालन
School Reopen डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने यह जानकारी दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न पहर में अभिभावकों और बच्चों को दी। इसके अलावा अभिभावकों द्वारा फीस और ऑनलाइन कक्षाओं से संबधित पूछे गए प्रश्नों का भी जवाब दिया।
लखनऊ, जेएनएन। School Reopen: 19 अक्टूबर से सभी माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। बच्चे भी आने लगे हैं। कक्षाएं दो पालियों में चल रही हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। विद्यालय पूरी तरह से सुरक्षित हैं। बहरहाल बच्चें भी शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ ही मास्क लगाकर स्कूल पहुंचे। क्योंकि उन्हें भी सजग रहना बहुत जरूरी है। कोविड-19 की सुरक्षा से संबंधित विद्यालयों में प्रत्येक पाली के बाद कक्षाओं का सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। बुधवार को डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने यह जानकारी दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न पहर में अभिभावकों और बच्चों को दी। इसके अलावा अभिभावकों द्वारा फीस और ऑनलाइन कक्षाओं से संबधित पूछे गए प्रश्नों का भी जवाब दिया।
सवाल : कोविड-19 का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। इस स्थिति में क्या विद्यालय में बच्चे सुरक्षित हैं। (कौशल त्रिपाठी, त्रिवेणीनगर सेकेंड)
जवाब : जी हां विद्यालयों में कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के मद्देनजर सारे बंदोबस्त किए गए हैं। साफ-सफाई है प्रत्येक पाली के पाल कक्षाओं का सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। कक्षा में शारीरिक दूरी के अनुसार बच्चों को बैठाने की व्यवस्था है। बच्चों को भी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना होगा वह मास्क पहनकर ही विद्यालय आएं और शारीरिक दूरी का पालन करें।
सवाल : माल के गहदेव स्थित चंद्र शेखर आजाद इंटर कॉलेज में दूसरी पाली की कक्षाएं 11 बजे ही शुरू कर दी जाती हैं। (शिव शंकर सिंह, माल)
जवाब : यह कतई गलत है। दो पालियों में कक्षाएं संचालित होनी है। पहली पाली की कक्षाएं सुबह 08:50 से 11:50 तक चलेंगी। इस स्थिति में 11:00 दूसरी पाली की कक्षा कैसे शुरू की जा सकती है। इसकी जांच कराकर कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं।
सवाल : मेरा बच्चा एक निजी विद्यालय में पढ़ता है। फीस बहुत अधिक है आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है कैसे फीस जमा करें। (रूबी सिंह, आलमबाग)
जवाब : आपको मासिक फीस जमा करनी होगी। वही फीस जमा करने के आदेश शासन से हैं। अगर आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो संबंधित विद्यालय के प्रबंधन से बात करें विद्यालय द्वारा जरूर कुछ मदद की जाएगी।
सवाल : कनौसा में सीबीएसई बोर्ड से संचालित विद्यालय पूरी फीस जमा किए बिना उन्होंने बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराने से साफ मना कर दिया। इकट्ठे कई माह की पूरी फीस जमा करनी पड़ी। विद्यालय द्वारा कई अन्य मदों में फीस भी ली जा रही है। (बंसल भट्टाचार्या, सुग्गामऊ)
जवाब : आपको सिर्फ मासिक फीस जमा करनी है। शासनादेश के अनुसार विद्यालय मासिक फीस ही लेंगे। विद्यालय द्वारा ट्रांसपोर्टेशन फीस नहीं ली जाएगी और न ही गत वर्ष से फीस बढ़ाई जाएगी।
सवाल : कोरोना काल में विद्यालय खुल रहे हैं। विद्यालयों में बच्चों को बुलाकर शारीरिक दूरी कैसे मेनटेन कराएंगे। इस स्थिति में बच्चों को कैसे विद्यालयों में सुरक्षित माना जाए। (सौरभ त्रिपाठी गौतम, अधिवक्ता, त्रिवेणीनगर द्वितीय)
जवाब : विद्यालयों में पहले फेस में कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। प्रत्येक कक्षा को दो भागों में बांटा गया है। अल्टरनेट बच्चों को बुलाया जा रहा है। दो पालियों में कक्षाओं का संचालन हो रहा है। कक्षा में शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए जेड आकार में सीटों को रखा गया है। उसी के अनुसार बच्चों को बिठाया जा रहा है।
सवाल : मैंने फैजुल्लागंज स्थित एक निजी विद्यालय से 10वीं पास किया है। अब प्राइवेट पढऩा चाहता हूं। विद्यालय द्वारा टीसी और मार्कशीट देने के लिए 20 हजार रुपये की मांग की जा रही है।
जवाब : आपको रिजल्ट आने के तुरंत बाद ही टीसी के लिए आवेदन करना चाहिए था। आधा सत्र समाप्त होने के बाद आर टीसी के लिए आवेदन कर रहे हैं। ऐसे में तो आपका नुकसान ही होगा। इस पर डीआइओएस ने संबंधित विद्यालय का नाम नोट कर पूरे मामले की जांच कर स्थिति से अवगत कराने का आदेश अपने कार्यालय के एक अधिकारी को दिया।
सवाल : मेरा बेटा सीबीएसई बोर्ड से संचालित एक विद्यालय से 10वीं की कक्षा पास कर चुका है। अब दाखिला अन्य किसी विद्यालय में लेना है। विद्यालय टीसी और मार्कशीट नहीं दे रहा है। (डीके सिंह, अलीगंज)
जवाब : इस पर डीआइओएस ने विद्यालय का नाम नोट करने के साथ ही शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर लिया। पूरे प्रकरण की जानकारी कर उन्हें गुरुवार को पूरी स्थिति से अवगत कराने के लिए कहा।
शिक्षक ने कहा, ऑनलाइन कक्षाओं का कोई फायदा नहीं, डीआइओएस ने प्रिंसिपल से मांगा डाटा, जांच के आदेश
प्रश्न पहर के दौरान एक व्यक्ति ने फोन कर सूचना दी कि बीकेटी इंटर कॉलेज के अंग्र्रेजी विषय के शिक्षक जेसी शर्मा ऑनलाइन कक्षाएं नहीं लेते हैं। वह कहते हैं कि इन ऑनलाइन कक्षाओं का कोई फायदा नहीं विद्यार्थियों को कुछ समझ में नहीं आएगा। यह भी बताया कि लॉकडाउन से लेकर अबतक सिर्फ तीन से चार कक्षाएं ही ऑनलाइन ली। इस मामले को डीआइओएस ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रिंसिपल को फोन कर पूछताछ की। उन्होंने प्रिंसिपल से शिक्षक के द्वारा अबतक ली गई ऑनलाइन कक्षाओं का पूरा डेटा बुधवार शाम पांच बजे तक उपलब्ध कराने के निर्देश देने के साथ ही जांच के आदेश दिए। डीआइओएस ने बताया कि शासन का आदेश है कि ऑनलाइन कक्षाएं विद्यालय खुलने के बाद भी बंद नहीं होंगी। शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।