After Ayodhya Verdict : दिलीप ज्ञानदेव बने रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के उपाध्यक्ष
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री हैं ज्ञानदेव। न्यास अध्यक्ष महंत जन्मेजयशरण ने सौंपा नियुक्ति पत्र।
अयोध्या, जेएनएन। रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत जन्मेजयशरण ने महाराष्ट्र की पिछली सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री रहे दिलीप ज्ञानदेव कांबले को न्यास का उपाध्यक्ष बनाया है। उन्होंने अपने आश्रम जानकीघाट बड़ास्थान में कांबले को समारोहपूर्वक नियुक्ति पत्र सौंपा। इस मौके पर महंत जन्मेजयशरण ने स्पष्ट किया कि हम सब मंदिर निर्माण के लिए संभावित शासकीय न्यास के साथ हैं और मंदिर निर्माण न्यास रामलला के भव्य मंदिर के लिए हरसंभव सहयोग और प्रयास की तैयारी कर रहा है। इसी क्रम में कांबले जैसे कद्दावर समाजसेवी और राजनीतिज्ञ को न्यास उपाध्यक्ष की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।इस दौरान मीडिया से मुखातिब कांबले ने कहा, मैं शुरू से ही मंदिर आंदोलन से जुड़ा रहा हूं और फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण के लिए हरसंभव सहयोग के प्रति उत्सुक हूं। उन्होंने महंत जन्मेजयशरण के प्रति आभार भी ज्ञापित किया।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता के लिए शिवसेना को जिम्मेदार ठहराया। कहा, बाल ठाकरे के ही समय से यह फार्मूला मान्य रहा है कि समझौते में जिसका अधिक विधायक होगा, उस दल का मुख्यमंत्री बनेगा। शिवसेना इस शर्त का उल्लंघन कर रही है। आचार्य पीठ दशरथमहल बड़ास्थान के महंत बिंदुगाद्याचार्य देवेंद्रप्रसादाचार्य के कृपापात्र संत रामभूषणदास कृपालु ने कहा, राममंदिर निर्माण के लिए एकजुटता का परिचय देना होगा। उन्होंने मुस्लिमों के रुख पर भी कृतज्ञता जताई, जिन्होंने मंदिर के फैसले को स्वीकार किया। कहा, सच्चाई तो यह है कि मुस्लिम हमारे भाई हैं और भगवान राम उनके भी पूर्वज हैं।
नागा रामलखनदास ने कहा, भगवान राम पूरी मानवता के हैं और सभी को मिलकर उनका मंदिर बनाना होगा। न्यास के एक अन्य राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संतोष मिश्र ने कहा, यह अपूर्व बेला है और इसका उपयोग भव्यतम मंदिर निर्माण के रूप में होना चाहिए। दिलीप ज्ञानदेव ने रामलला का दर्शन किया। सोहावल क्षेत्र निवासी अमित कुमार दुबे को न्यास की राष्ट्रीय कोर कमेटी में सदस्य मनोनीत किया गया। अमित परानापुर निवासी समाजसेवी शोभनाथ दुबे के पुत्र हैं।