पॉलीटेक्निक छात्रों के लिए अब से डिजिटल लॉकर, जानें कैसे करेगा काम
4.40 लाख विद्यार्थियों को मिल सकेगा फायदा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने एनआइसी को भेजा प्रस्ताव मंजूर।
लखनऊ, जेएनएन। आप यदि पॉलीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा देने जा रहे हैं और अपने मूल दस्तावेजों के खोने के डर से परेशान हैं तो आपकी यह परेशानी दूर होने वाली है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से सभी अभ्यर्थियों के लिए डिजिटल लॉकर बनाने की तैयारी की जा रही है। इस महीने के अंत तक 4.40 लाख अभ्यर्थियों का डिजिटल लॉकर बन जाएगा।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा 26 जून को आयोजित होगी। परीक्षा और काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थियों को अपने दस्तावेजों को लाने की जरूरत होती है। दस्तावेजों के खोने के डर से अभ्यर्थी परेशान रहते थे। उनकी इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए डिजिटल लॉकर की व्यवस्था की जा रही है।
ऐसे काम करेगा लॉकर
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की वेबसाइट (जेईईसीयूपी.एनआइसी.इन) के माध्यम से 18 से प्रवेश परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र डाउनलोड होने शुरू हो जाएंगे। छात्रों का डिजिटल लॉकर बनाने और पासवर्ड देने का कार्य शुरू हो जाएगा। डीजीलॉकर.जीओवी.इन की साइट पर जाकर अभ्यर्थी अपने प्रवेश पत्र के साथ ही हाईस्कूल व इंटर की मार्कशीट व प्रमाण पत्र के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड व बैंक पासबुक स्कैन करके रख सकेंगे। जरूरत पड़ने पर किसी भी साइबर कैफे में जाकर दस्तावेजों की फोटो कॉपी निकाली जा सकेगी।
क्या कहते हैं अफसर ?
सचिव संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद एसके वैश्य का कहना है कि पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा में भाग लेने वाले सभी अभ्यर्थियों का डिजिटल लॉकर बनाने के लिए एनआइसी को भेजा गया प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है। इस महीने के अंत तक अभ्यर्थियों का डिजिटल लॉकर बना दिया जाएगा। इससे छात्रों को सहूलियत होगी।
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