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उत्तर प्रदेश में डिजिटल डायरी बनेगी भाजपा का चुनावी हथियार, सेवा कार्यों का जुटाया जा रहा ब्यौरा

कोरोना संकट काल में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा राहत व सेवा कार्यों को डिजिटल डायरी के रूप में एकत्रित करने के काम में जिला व मंडल अध्यक्षों के साथ विधायकों को भी लगाया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 11:47 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 11:47 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में डिजिटल डायरी बनेगी भाजपा का चुनावी हथियार, सेवा कार्यों का जुटाया जा रहा ब्यौरा
उत्तर प्रदेश में डिजिटल डायरी बनेगी भाजपा का चुनावी हथियार, सेवा कार्यों का जुटाया जा रहा ब्यौरा

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों में सेवा कार्यों को आधार बना कर भारतीय जनता पार्टी प्रचार अभियान में उतरेगी। कोरोना संकट काल में कार्यकर्ताओं द्वारा राहत व सेवा कार्यों को डिजिटल डायरी के रूप में एकत्रित करने के काम में जिला एवं मंडल अध्यक्षों के साथ विधायकों को भी लगाया गया है। मंडल, जिला व प्रदेश स्तर पर 30 अगस्त तक डिजिटल डायरियां तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अलावा प्रदेश स्तर पर ई-बुक तैयार की जाएगी, जिसमें विशिष्ट नेताओं की भागीदारी के अलावा विभिन्न स्थानों पर उल्लेखनीय कार्यों को एकत्रित किया जाएगा।

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भारतीय जनता पार्टी के प्रचार अभियान के प्रभारी अनूप गुप्ता का कहना है कि सेवा कार्याें की डिजिटल डायरी तैयार करना किसी राजनीतिक दल का अनूठा प्रयोग है। इसके जरिए राजनीति की नई दिशा तय होगी। जातपात से अलग हटकर सेवा को राजनीति का माध्यम बनाने की पहल है।

क्या है डिजिटल डायरी : कोरोना महामारी के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने राशन वितरण से लेकर भोजन, दवाएं, मास्क, सैनिटाइजर व अन्य जरूरी समान गरीब व जरूरतमंद लोगों को मुहैया कराने का काम व्यापक स्तर पर किया है। इन कार्यों की वीडियो क्लीपिंग, फोटोग्राफ व विभिन्न समाचार माध्यमों की कटिंग व क्लीपिंग को एकित्रत कर उसके डिजिटल फार्म में संग्रहित किया जा रहा है। बूथ व मंडल स्तर किए सेवा कार्याें को मंडल स्तर पर तथा जिला कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों द्वारा किए कार्य जिलों की डायरी में संग्रहित किए जा रहे है। इसके अलावा प्रदेश स्तर पर ई-बुक तैयार की जाएगी, जिसमें विशिष्ट नेताओं की भागीदारी के अलावा विभिन्न स्थानों पर उल्लेखनीय कार्यों को एकत्रित किया जाएगा।

दीनदयाल जयंती पर होगी लांचिंग : सेवा कार्यों की डिजिटल डायरी और बुक आदि को एकसाथ जारी करने की तैयारी है। इन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जंयती 25 सितंबर को लांच किया जाना तय किया गया है। इसके लिए मंडल व जिलों में काम तेजी से जारी है। नेतृत्व इस बात को लेकर भी गंभीर है कि डिजिटल बुक व डायरी में कोई विवादित तथ्य न चला जाए। इसके लिए प्रत्येक जिले में एक टीम तैयार की गयी है। प्रदेश कार्यालय से निरंतर निगरानी की जा रही है।


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