DR Sugestions on Coronavirus: नींबू पानी से शुरू और हल्दी दूध पर खत्म करें दिन, जानें पूरा डाइट चार्ट
डॉ. रीता आनंद ने बताया कि संक्रमित और संक्रमण से उबर चुके लोगों के लिए सबसे आवश्यक है आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच। इस दौरान भरपूर नींद लें और खुश रहें। अपने मन में नकारात्मक विचार न आने दें। मनपसंद साहित्य गीत-संगीत के साथ समय बिताएं।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमित होने के बाद 80 फीसद लोग होम आइसोलेशन में ठीक हो जाते हैं। आइसोलेशन में रहते हुए और ठीक होने के बाद 14 दिन तक दिनचर्या में विशेष सावधानी रखने की जरूरत होती है। इसके अलावा जो लोग संक्रमित हैं उनके लिए भी विशेष खानपान की आवश्यता होती है। इस विषय पर संजय गांधी पीजीआइ की डायटीशियन डॉ. रीता आनंद से कुमार संजय ने बातचीत की।
डॉ. रीता आनंद ने बताया कि संक्रमित और संक्रमण से उबर चुके लोगों के लिए सबसे आवश्यक है आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच। इस दौरान भरपूर नींद लें और खुश रहें। अपने मन में नकारात्मक विचार न आने दें। मनपसंद साहित्य, गीत-संगीत के साथ समय बिताएं। खाने के साथ जरूरी है उसका समय, किस समय, क्या खाना है इसका भी ध्यान रखना चाहिए। बेवक्त किया गया पौष्टिक भोजन भी काम का नहीं होता।
- सुबह 6.30 से सात बजे : दिन की शुरुआत सात बजे के आसपास करें। उठने पर एक गिलास गर्म पानी में नींबू और शहद मिलाकर, काढ़ा, बच्चों को गुनगुना दूध में हल्दी मिलाकर दे सकते हैं। तुलसी और अदरक का रस मिलाकर बराबर मात्रा में एक दिन के अंतराल पर दें। शरीर को उठते ही विटामिन सी मिलेगी। सुबह उठते ही एकदम कुछ खाने का दिल नहीं करता है, इसलिए ये ङ्क्षड्रक पीना आपके लिए बिल्कुल सही रहेगा।
- सुबह 8.30 से नौ बजे : थोड़ा व्यायाम, प्राणायाम करने के बाद सुबह नौ बजे तक आपको थोड़ी भूख लग सकती है और न भी लगे तो इस वक्त तक तो आप दो रोटी, हरी सब्जी, अंडा दो पीस एवं प्लेन दही, सोयाबीन पोहा का सेवन करें। नाश्ते में आप कुछ तला-गला या बाहर का खाना न खाएं। दही और ओट््स भी नाश्ते में ले सकते हैं।
- सुबह 10.30 से 11 बजे : थोड़े-बहुत फल खाएं और कोशिश करें कि फलों को एक जगह बैठकर न खाएं बल्कि घूमते-फिरते इनका सेवन करें। फल में संतरा, अमरूद, पपीता और अंगूर खाना फायदेमंद होगा। ये आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता पर काम करेंगे, साथ ही पपीते के सेवन से आपको पेट से संबंधित समस्या नहीं होगी।
- दोपहर एक से दो बजे : एक बजे से दो बजे के बीच आप रोजाना नियम से लंच ले लें। लंच में तीन रोटी, चावल, दाल, हरी सब्जी, सलाद और सोयाबीन बड़ी 20 पीस, दही, पनीर ले सकते हैं। दोपहर के खाने में या खाने के बाद गुड़ और घी खाएं। कमजोरी महसूस नहीं होगी और आपको सभी आवश्यक पोषक तत्व भी मिलेंगे।
- शाम चार बजे के आसपास : शाम को आप अंकुरित अनाज का सेवन करें। आपको बहुत अधिक अंकुरित अनाज नहीं खाना है पर प्रतिदिन आधा कटोरी तो जरूर लें। अंकुरित अनाज में चना, हरा मूंग खाएं। इन पर नींबू भी निचोड़ सकते हैं। चार से पांच भीगे बादाम खाना भी फायदेमंद रहेगा।
- शाम छह बजे : यदि आपको शाम को दूध की चाय पीने की आदत है तो थोड़े दिन के लिए उस आदत को बदलें। शाम में काढ़े या नींबू की चाय का सेवन करें और इनके साथ थोड़ा ही सही पर कुछ खाएं जरूर। उदाहरण के लिए आप दो-तीन बिस्कुट ले सकते हैं।
- रात साढ़े आठ बजे : डिनर में रोटी, सब्जी और सलाद का सेवन करें। सब्जी एकदम सादी लें, मसालेदार सब्जियां अभी न खाएं। रात के खाने में आप खिचड़ी खा सकते हैं। इसमें सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा डायरिया या पेट से जुड़ी परेशानियां भी कम होती हैं।
- रात 10 बजे : एक गिलास हल्दी युक्त दूध पीकर सो जाएं। आराम करना आपके लिए बेहद आवश्यक है।
इन बातों का रखें ध्यान
- किडनी और लिवर के मरीजों को काढ़ा नहीं पीना चाहिए, साथ ही डायबिटीज के मरीजों को भी काढ़ा कम ही पीना चाहिए। वे दो बार आधा कप काढ़ा पी सकते हैं।
- 10 से 12 गिलास पानी पीना होगा ताकि बॉडी हाइड्रेट रहे। इसके साथ ही ठंडा पानी बिल्कुल नहीं पीना है। मरीज को जल्द ठीक होने के लिए सिर्फ गर्म पानी ही पीने का सुझाव दिया जाता है।
- हर तरह का आटा जैसे मक्का, गेहूं आदि खाएं, साथ ही हर तरह की दालें जैसे अरहर, उड़द-मूंग का सेवन भी जरूरी है।
- खाना सादा खाना है, लेकिन मरीज को बिल्कुल फैट न दिया जाए, ये सही नहीं है। मरीज को खाने में थोड़ा फैट दिया जाना जरूरी है।
- विटामिन डी के लिए धूप में बैठें।
- घर का बना ही खाएं।