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Sawan 2021: लखनऊ में भगवान शिव के दर्शन के लिए शिव मंदिर में उमड़े श्रद्धालु, व्रती महिलाओं ने परिवार संग किया रुद्राभिषेक

मंदिरों के गर्भगृह में प्रतिबंध के बावजूद बाहर श्रद्धालुओं की सुबह से ही कतारें लगी रहीं वहीं परिवार के साथ रुद्राभिषेक करने वालों की संख्या भी अधिक रही। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भोर आरती के साथ ही मंदिरों के कपाट खोल दिए गए थे।

By Rafiya NazEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 01:58 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 01:58 PM (IST)
Sawan 2021: लखनऊ में भगवान शिव के दर्शन के लिए शिव मंदिर में उमड़े श्रद्धालु, व्रती महिलाओं ने परिवार संग किया रुद्राभिषेक
लखनऊ के मंदिरों में मास्क के साथ मिला प्रवेश, घंटा बजाने पर रहा प्रतिबंध।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। श्रावण के पहले सोमवार को शिव मंदिरों में जहां आस्था का सैलाब नजर आया तो दूसरी ओर संकल्प के साथ श्रद्धालुओं ने शिव मंदिरों की परिक्रमा कर अपने संकल्प को पूरा किया। मंदिरों के गर्भगृह में प्रतिबंध के बावजूद बाहर श्रद्धालुओं की सुबह से ही कतारें लगी रहीं वहीं परिवार के साथ रुद्राभिषेक करने वालों की संख्या भी अधिक रही। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भोर आरती के साथ ही मंदिरों के कपाट खोल दिए गए थे। दिन भर मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। मास्क के साथ ही प्रवेश दिया गया तो घंटा बजाने पर प्रतिबंध लगा रहा।

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राजधानी के सिद्धपीठ के रूप में स्थापित मनकामेश्वर मंदिर में महंत देव्या गिरि ने भोर आरती के साथ ही कपाट खोलने के निर्देश दे दिए थे। सुबह भगवान शिव का 101 लीटर दूध से अभिषेक हुआ। दूध से बने प्रसाद का वितरण भी किया गया। कपाट खुलने से पहले ही मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की कतारें लग गई थीं। श्रद्धालुओं को परेशानी न हो इसके लिए बेरीकेडिंग के साथ ही महिलाओं को पुरुषों की अलग-अलग लाइनें लगी हुईं थीं। हर वर्ष भांति इस वर्ष भी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने श्रद्धालुओं को निश्शुल्क गंगाजल की शीशी वितरित की। संक्रमण के चलते लोगों को मास्क के बिना प्रवेश नही होने दिया गया। सदर के द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर के राजेश अग्रवाल ने बताया कि यहां श्रद्धालुओं को निश्शुल्क गंगाजल के साथ ही पूजन सामग्री का वितरण किया गया। 15 परिवारों ने पूजा अर्चना की।

भस्म आरती संग रुद्राभिषेक: राजेंद्रनगर के महाकाल मंदिर में भोर में भस्म आरती हुई। व्यवस्थापक अतुल मिश्र के संयोजन में हुए अभिषेक में कई श्रद्धालु शामिल हुए। कृष्णानगर के सैसोबीर मंदिर, इंद्रेश्वर मंदिर के साथ ही मानसनगर के तुलसी मानस मंदिर पर सुबह से ही व्रती महिलाओं की कतारें लग गई थीं। गोमतीनगर के देवघर द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर में कदम के फूलों से भोले का श्रृंगार हुआ तो मां पूर्वी देवी एवं महाकालेश्वर मंदिर बाघंबरी शक्तिपीठ में सुमन मिश्रा के संयोजन में महिलाओं ने भजनों का गुलदस्ता पेशकर ओम् नम: शिवाय का जाप किया। बुद्धेश्वर मंदिर में मेला स्थगित होने के बावजूद दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं।

यहां भी दर्शन को उमड़े श्रद्धालु: चौक के रानी कटरा स्थित के छोटा व बड़ा शिवाला, कोनेश्वर मंदिर,आशियाना के सेक्टर-एच स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, बंगलाबाजार के श्री रामजानकी मंदिर, मौनी बाबा मंदिर व गुलाचिन मंदिर के अलावा सिद्धेश्वर मंदिर, गोमतेश्वर मंदिर व विन्ध्याचल मंदिर के अलावा शहर के सभी शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। स्वप्नेश्वर महादेव मंदिर,इंदिरानगर भूतनाथ मंदिर, महानगर के सिद्धेश्वर मंदिर, राजाजीपुरमï, सआदतगंज, आलमबाग, चिनहट के अलावा बख्शी का तलाब के मां चंद्रिका देवी मंदिर के चंद्रकेश्वर महादेव मंदिर, कालेश्वर महादेव मंदिर, इटौंजा के रत्नेश्वर महादेव मंदिर, टीकेश्वर महादेव मंदिर के साथ ही शहर के सभी छोटे बड़े शिव मंदिरों पर भोर से श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई थी। श्रद्धालुओं ने विधि विधान से पूजन कर आरती की।


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