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लविवि में डिप्टी CM डॉ. दिनेश शर्मा ने पत्नी संग दस्तावेजों की कराई जांच, कुलपति ने किया स्वागत

डिप्टी सीएम लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में और उनकी पत्नी व्यवहारिक अर्थशास्त्र विभाग विभाग में प्रोफेसर हैं। वाणिज्य संकाय कार्यालय में हुई शैक्षिक दस्तावेजों की जांच।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 07:55 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 06:32 AM (IST)
लविवि में डिप्टी CM डॉ. दिनेश शर्मा ने पत्नी संग दस्तावेजों की कराई जांच, कुलपति ने किया स्वागत
लविवि में डिप्टी CM डॉ. दिनेश शर्मा ने पत्नी संग दस्तावेजों की कराई जांच, कुलपति ने किया स्वागत

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) डॉ. दिनेश शर्मा बुधवार को पहले ही दिन पत्नी डॉ. प्रो. जय लक्ष्मी शर्मा के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय में अपने शैक्षिक दस्तावेजों की जांच कराने के लिए पहुंचे। जानकारी होते ही यहां कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय वाणिज्य संकाय के अधिष्ठाता कार्यलाय पहुंचे और पुष्प गुच्छ देकर डिप्टी सीएम का स्वागत किया।

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विवि प्रबंधन द्वारा बनाई गई जांच समिति ने डिप्टी सीएम और उनकी पत्नी के दस्तावेजों की जांच जांच की। दस्तावेजों की जांच के बाद डिप्टी सीएम चले गए। बता दें, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में और उनकी पत्नी व्यवहारिक अर्थशास्त्र विभाग विभाग में प्रोफेसर हैं। प्रवक्ता दुर्गेश कुमार ने बताया कि पहले दिन वाणिज्य, ललित कला, विज्ञान और कला संकाए के शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच की समिति ने की। सभी शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच उनके विभाग में ही की गई। विवि में करीब 350 शिक्षक हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को विधि संकाय और शिक्षा शास्त्र संकाय के शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच होगी। यह जांच अधिष्ठाता विधि संकाय और अधिष्ठाता शिक्षा संकाय के कार्यालय में ही होगी।

दूसरे राज्यों के ओबीसी प्रमाणपत्र पर लविवि में नौकरी के करने के भी मामले

सूत्रों के मुताबिक, लविवि में कई शिक्षक ऐसे हैं जो दूसरे राज्यों के ओबीसी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। जबिक यह पूरी तरह से गलत है। ऐसे मामलों की जानकारी होते ही कई शिक्षकों की हालत खराब है। एक-दो शिक्षक तो ऐसे हैं जो जिस विभाग में तैनात हैं उनके पास उस विषय की डिग्री ही नहीं है। शैक्षिक दस्तावेजों की जांच में ऐसे में मामले सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि ऐसे शिक्षकों की जांच चल रही है। इसकी रिर्पोट शासन को सौंपी जाएगी। फर्जीवाड़े की पुष्टि होते ही उनके खिलाफ कार्यवाई होगी। इस संबंध में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि पहले कुछ एक शिक्षकों के दस्तावेजों में इस तरह की बात आई थी। उनकी रिपोर्ट शासन को दी गई है। वर्तमान में चल रही जांच में आए ऐसे किसी मामले की मुझे जानकारी नहीं है।


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