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डिप्टी सीएम डॉ द‍िनेश शर्मा ने Lucknow University की छात्रा को ल‍िया गोद, Coronavirus से खोया था प‍िता को

लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डा. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि उप मुख्यमंत्री ने एमकाम की छात्रा सुनिधि श्रीवास्तव तथा कुलपति ने बीबीए की छात्रा दीक्षा अग्रवाल को गोद लिया है। लाभांवित छात्रों में से एक छात्रा ज्योति यादव है जिसने इस महामारी में अपने पिता को खोया।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 08:36 PM (IST)Updated: Sat, 26 Jun 2021 11:43 AM (IST)
डिप्टी सीएम डॉ द‍िनेश शर्मा ने Lucknow University की छात्रा को ल‍िया गोद, Coronavirus से खोया था प‍िता को
लविवि के 39 शिक्षक, 6 पूर्व शिक्षक व तीन प्रशासनिक अधिकारी 47 विद्यार्थियों की जिम्मेदारी उठाने के लिए आगे आए।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। कोरोना में अपने माता-पिता को खोने वाले छात्र-छात्राओं के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय की अपील रंग लाई है। अब तक 48 विद्यार्थियों को गोद लेकर उनकी जिम्मेदारी उठाने के लिए 39 शिक्षक, छह पूर्व शिक्षक व तीन प्रशासनिक अधिकारी आगे आए हैं। इन छात्रों को गोद लेने वालों में उप मुख्यमंत्री एवं लविवि के कामर्स विभाग के शिक्षक डा. दिनेश शर्मा, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय भी शामिल हैं।

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विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डा. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि उप मुख्यमंत्री ने एमकाम की छात्रा सुनिधि श्रीवास्तव तथा कुलपति ने बीबीए की छात्रा दीक्षा अग्रवाल को गोद लिया है। लाभांवित छात्रों में से एक छात्रा ज्योति यादव है, जिसने इस महामारी में अपने पिता को खोया। ज्योति को विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने ई-मेल के जरिए संपर्क किया और उनके दुख में भागीदार होते हुए उन्हें सभी प्रकार के सहायता एवं सहयोग देने का वादा किया।

ज्योति ने सोशल मीडिया पर उन्हें धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय की छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर पूनम टंडन ने 19 जून को विश्वविद्यालय के सभी अध्यापकों, पूर्व अध्यापकों, प्रशासनिक अधिकारियों से एक पत्र के जरिए अपील की थी कि वे कोरोना महामारी के चलते अपने माता या पिता या दोनों को खोने वाले विश्वविद्यालय के छात्रों की जिम्मेदारी लेने के लिए आगे आएं।

डिप्लोमा इन फार्मेसी के लिए आवेदन शुरू : लखनऊ विश्वविद्यालय ने केंद्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत शुक्रवार से डिप्लोमा इन फार्मेसी (डीफार्मा) कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन शुरू हो गए। इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी के तहत संचालित होने वाले इस कोर्स में कुल 60 सीटों पर प्रवेश लिए जाएंगे। लविवि के प्रवक्ता डा. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि आनलाइन आवेदन के लिए फार्म का शुल्क सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग और ईडब्लूएस के लिए एक हजार रुपये देना होगा। वहीं, अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए यह शुल्क 500 रुपये तय किया गया है। आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। आवेदक आनलाइन आवेदन करने एवं संबंधित विषय का विस्तृत विवरण लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट lkouniv.ac.in के admission page पर उपलब्ध कराया गया है। डीफार्मा दो साल का वार्षिक कोर्स होगा। इसकी सालाना फीस 80 हजार रुपये होगी। गौरतलब है कि आगामी सत्र से लखनऊ विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज की शुरुआत हो जाएगी। इसके तहत सेल्फ फाइनेंस मोड पर फार्मेसी (बीफार्मा) और डीफार्मा की पढ़ाई होगी।


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