लखनऊ को हेलीपैडयुक्त 17 मंजिला सैन्य अस्पताल का तोहफा देंगे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
लखनऊ आर्मी के बेस अस्पताल की जमीन पर 22 को होगा शिलान्यास। रक्षा मंत्रालय ने दिए तैयारियां कराने के आदेश। यह 17 मंजिला होगा जहां ओपीडी से लेकर गंभीर मरीजों को भर्ती करने तक के लिए वार्ड भी होंगे।
लखनऊ [निशांत यादव]। सैन्य जवानों को लखनऊ में ही बेहतर इलाज मिल सकेगा। इसके लिए अत्याधुनिक नया मध्य कमान अस्पताल छावनी में बनने जा रहा है। हेलीपैड सहित कई सुविधाओं से सुसज्जित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भवन का निर्माण इसी माह शुरू होगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 22 दिसंबर को शिलान्यास करेंगे। रक्षा मंत्रालय से कार्यक्रम की सूचना मिलते ही मध्य कमान ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि, रक्षा मंत्री का पूरा कार्यक्रम सोमवार को जारी होगा।
मध्य कमान का नया अस्पताल मौजूदा बेस अस्पताल की खाली जमीन पर ही बनेगा। यह 17 मंजिला होगा, जहां ओपीडी से लेकर गंभीर मरीजों को भर्ती करने तक के लिए वार्ड भी होंगे। मौजूदा मध्य कमान अस्पताल में आइसीयू, पेट स्कैन, इमरजेंसी, लैब और वार्ड सहित सभी विभाग अलग-अलग हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सात राज्यों तक फैले देश के सबसे बड़े मध्य कमान के जवानों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को बेहतर उपचार देने के लिए इस अस्पताल के आधुनिकीकरण की योजना मंजूर की थी। इस पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। चार साल में काम पूरा करना होगा। मध्य यूपी सब एरिया मुख्यालय ने नए अस्पताल का डिजाइन तैयार किया है।
भूतल पर चलेंगी सभी ओपीडी
नए अस्पताल में भूतल पर सभी ओपीडी चलेंगी। जांच के लिए लैब और रेडियोलॉजी विभाग पहली मंजिल पर होंगे। दूसरी मंजिल पर आइसीयू होगा। तीसरी से 17वीं मंजिल तक जवानों, जेसीओ और अफसरों के लिए विभागवार वार्ड बनाए जाएंगे। मुख्य भवन के बगल में भी पांच नए ब्लॉक बनेंगे, जो आपस में जुड़े रहेंगे। इन ब्लॉकों में इमरजेंसी सुविधा दी जाएगी।
देशभर में पांच कमांड अस्पताल
भारतीय थल सेना के पांच कमांड अस्पताल देश में हैं। मध्य कमान के अस्पताल लखनऊ, पूर्वी कमान का कोलकाता, उत्तरी कमान का उधमपुर, पश्चिमी कमान का चंडी मंदिर और दक्षिणी कमान का अस्पताल पुणे में हैं।
क्या कहते हैं जनसंपर्क अधिकारी ?
रक्षा मंत्रालय जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह के मुताबिक, रक्षामंत्री का आधिकारिक कार्यक्रम अभी नहीं मिला है। सोमवार तक ही इस बारे में स्थिति स्पष्ट होगी।