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Deepotsav In Ayodhya: सीएम योगी रामनगरी में बोले- अयोध्या ने बहुत अपमान सहा, पर अब और नहीं

Deepotsav In Ayodhyaमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम की अयोध्या के साथ सदियों तक बहुत अन्याय हुआ। जो अयोध्या जन्म और जीवन दोनों तारती है वह कुछ लोगों की कुत्सित सोच के कारण वर्षों तक अपमानित होती रही है पर अब ऐसा नहीं होगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2020 07:38 PM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 06:06 AM (IST)
Deepotsav In Ayodhya: सीएम योगी रामनगरी में बोले- अयोध्या ने बहुत अपमान सहा, पर अब और नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम की अयोध्या के साथ सदियों तक बहुत अन्याय हुआ।

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम की अयोध्या के साथ सदियों तक बहुत अन्याय हुआ। जो अयोध्या जन्म और जीवन दोनों तारती है वह कुछ लोगों की कुत्सित सोच के कारण वर्षों तक अपमानित होती रही है, पर अब ऐसा नहीं होगा। अयोध्या को उसका गौरव मिलेगा। हम इसे वैदिक सिटी के रूप में विश्व मानचित्र पर गौरव दिलाएंगे। 

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रामनगरी के सरयू तट स्थित रामकथापार्क में चतुर्थ दीपोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है कि अयोध्या दुनिया की सबसे खूबसूरत नगरी के रूप में विकसित हो। इस नगरी का विकास वैदिक रामायण सिटी के रूप में किया जाना है और इसके लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार दोनों प्रयासरत हैं। अयोध्या को जल्द ही प्रधानमंत्री के हाथों विश्व स्तरीय मेडिकल कॉलेज प्राप्त होगा। श्री राम एयरपोर्ट की स्थापना भी की जा रही है। यदि कोई दक्षिण कोरिया से आना चाहेगा, तो सीधे अयोध्या पहुंचेगा या माता सीता के मायके जनकपुर से अयोध्या आना चाहेगा, तो भी सीधे यहां लैंड करेगा।

श्रीराम के स्वरूप का राज्याभिषेक करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने याद दिलाया कि 2020 का यह उत्सव ऐसे समय में आया जब देश-दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने न केवल कोरोना के खिलाफ लड़ाई मजबूती से लड़ी है, बल्कि राम राज्य की अवधारणा को भी चरितार्थ कर रहा है। यह अवसर हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दुनिया कोविड- 19 से अस्त-व्यस्त है। उसके बावजूद भारत के स्वाभिमान-सम्मान को आगे बढ़ाने और भारत के 130 करोड़ लोगों को बचाने का जो कार्य हुआ है, वह अछ्वुत है। इस दौर में जो सबसे बड़ा कार्य हुआ है, वह रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की शुरुआत है। यह सब कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण संभव हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने इस कामयाबी के लिए उत्तर प्रदेश के लोगों की ओर से प्रधानमंत्री के प्रति आभार भी ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण के रूप में प्रधानमंत्री की यह कहते हुए भी सराहना की कि पांच सदी का स्वप्न प्रधानमंत्री के संकल्प और रणनीति के कारण साकार हुआ है। उन्होंने याद दिलाया कि कोविड-19 के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मोदी ने इसी वर्ष पांच अगस्त को मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन तो किया ही, प्रत्येक तबके के कल्याण के लिए अपना क्षण-क्षण समर्पित किया।

मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव का निहितार्थ भी परिभाषित किया। कहा, आज का जो दीपोत्सव है, वह श्रीराम द्वारा सत्य, धर्म और न्याय की लड़ाई जीतने के बाद का उत्सव है और इस उत्सव के माध्यम से किसी भी मत-मजहब का भारतवंशी हो, वह श्रीराम के मूल्यों और आदर्शों से जुड़ेगा। मुख्यमंत्री ने निकट भविष्य का खाका खींचते हुए कहा, हमें इस आयोजन को दुनिया में पहुंचाना है। इससे अयोध्या की ब्रांडिंग तो होगी ही, दुनिया के लोगों को श्रीराम का आशीर्वाद भी मिलेगा। 

राम राज्य की कल्पना साकार करने के सपने दिखाये : दीपोत्सव और राममंदिर निर्माण का उल्लास बयां करने के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम राज्य की कल्पना साकार करने के सपने भी दिखाये। कहा, देश की आजादी के बाद से ही इस देश को राम राज्य की प्रतीक्षा है और आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में यह स्वप्न साकार हो रहा है। बगैर भेद-भाव के सभी मत-मजहब एवं जाति के लोगों का विकास किया जा रहा है। घर-घर में रोशनी दी जा रही है। चार करोड़ परिवारों को बिजली का कनेक्शन दिया गया, निशुल्क गैस कनेक्शन दिया गया, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पांच लाख का बीमा कवर दिया गया और कोरोना संकट के बीच 80 करोड़ परिवारों को निशुल्क खाद्यान्न दिया गया।

अयोध्या से जनकपुर तक मार्ग जल्द : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज कोरिया, फिजी, थाईलैंड, जापान एवं नेपाल जैसे देशों को अयोध्या से जोड़ने का कार्य प्रधानमंत्री के कारण संभव हो पा रहा है। अयोध्या से जनकपुर तक मार्ग का निर्माण तेज गति से हो रहा है। कुछ ही माह बाद जब यह मार्ग तैयार होगा, तब मात्र पांच-छह घंटे में अयोध्या से सीतामढ़ी तक का सफर संभव हो सकेगा। राम वनगमन मार्ग भी विकसित किया जा रहा है और यह मार्ग बनने पर चित्रकूट तक का सफर तीन-साढ़े तीन घंटे में संभव होगा।

राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के प्रयासों को सराहनीय बताया : मुख्यमंत्री के साथ श्रीराम के स्वरूप का अभिषेक करने साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने चतुर्थ दीपोत्सव के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता भी की। उन्होंने कहा, अयोध्या धर्म-अध्यात्म एवं संसकृति की नगरी है और मैं मुख्यमंत्री की प्रशंसा करती हूं कि उनके प्रयास से आयोजित दिव्य दीपोत्सव अयोध्या को पूरी दुनिया में पर्यटन के मानचित्र पर आलोकित कर रहा है।


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