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बाराबंकी में एडीओ पंचायत के सामने आग लगाने वाले सफाईकर्मी की मौत, तबादले से था आहत

मृतक के भाई अलताब ने बताया कि उसके भाई असलम का एडीओ पंचायत और जिला पंचायत राज अधिकारी की मिलीभगत से चार बार तबादला किया गया। तबादला रोकवाने के लिए हर बार बीस हजार लिए जा रहे थे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 05:40 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 12:05 AM (IST)
बाराबंकी में एडीओ पंचायत के सामने आग लगाने वाले सफाईकर्मी की मौत, तबादले से था आहत
तबादले से आहत होकर सफाईकर्मी ने उठाया था कदम

बाराबंकी, जेएनएन। जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में इस समय तबादले का खेल चल रहा है। इसको लेकर एक सफाईकर्मी ने त्रिवेदीगंज एडीओ पंचायत के सामने पेट्रोल डालकर 27 फरवरी को आग लगा ली थी। गुरुवार को लखनऊ में ट्रामा सेंटर में उसकी मौत हो गई है। मौत होेने की सूचना के बाद एडीओ पंचायत कार्यालय में ताला लगाकर कहीं चले गए हैं। आग लगाने के मामले की मुख्य विकास अधिकारी ने बंकी व हैदरगढ़ एडीओ पंचायत सहित बीडीओ से जांच शुरू कराई थी।

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यह है घटनाक्रम

लोनीकटरा थानाक्षेत्र के ललईखेड़ा गांव के असलम पुत्र गुलाम अली बुढ़नापुर ग्राम पंचायत में सफाई कर्मचारी पद पर तैनात है। 27 फरवरी को एडीओ पंचायत कार्यालय पहुंचने पर एडीओ पंचायत प्रमोद श्रीवास्तव ने उसे बुढ़नापुर से भिलवल पंचायत में किए जाने की जानकारी दी।। स्थानांतरण पत्र मिलते ही असलम ने बाइक से पेट्रोल निकालकर एडीओ पंचायत के सामने पहुंचा और अपने ऊपर उड़ेल कर लाइटर से आग लगा ली। प्राथमिक उपचार के बाद उसे लखनऊ स्थित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल भेजा गया था, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

अफसरों को जिम्मेदार ठहरा रहे परिवारजन

मृतक के भाई अलताब ने बताया कि उसके भाई असलम का एडीओ पंचायत और जिला पंचायत राज अधिकारी की मिलीभगत से चार बार तबादला किया गया। तबादला रोकवाने के लिए हर बार बीस हजार लिए जा रहे थे। इस बार आर्थिक तंगी ज्यादा थी पैसा न दे पानी की स्थिति बनी थी। विभागीय उत्पीड़न की वजह से असलम ने जान दी है। मृतक की पत्नी सलीम ने बताया कि उसके दो पुत्र सानू और अरमान हैं। मेरे पति की जान एडीओ पंचायत और डीपीआरओ और पटल सहायक की वजह से गई है। इन तीनों के खिलाफ थाने में तहरीर दी जाएगी।

तबादलों में पटल बाबू का दखल : जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में तैनात पटल बाबू ही सफाईकर्मियों का तबादला और उस पर कार्रवाई करता है। मनमाने तरीके से हो रहे तबादले से वह परेशान था।

इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए जो जांच चल रही थी। वह भी सतही थी। जिला स्तरीय अधिकारियों से जांच नहीं कराई जा रही थी। विभागीय अधिकारियों को ही लगा दिया गया था। ऐसा लग रहा था कि जांच को प्रभावित किया जा रहा है।   -विनोद वर्मा, जिलाध्यक्ष, सफाई कर्मचारी संघ

सफाईकर्मी की मौत हो गई है। मामले में एडीओ पंचायत पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि, एडीओ पंचायत ही तबादले से संबंधित प्रस्ताव जिले पर भेजते हैं।   -रणविजय सिंह, डीपीआरओ


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