हरदोई के जिला पंचायत सदस्य दंपति पर जानलेवा हमला, चालक को लगी गोली
हरदोई के कछौना प्रथम से सुरेंद्र कालिया और द्धितीय से उनकी पत्नी रीता हैं जिला पंचायत सदस्य। गंभीर अवस्था में चालक को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया पेट और पैर में लगी गोली।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की राजधानी में सोमवार रात बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग से आलमबाग इलाके में दहशत फैला दी। हमलावर हरदोई से जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र कालिया को जान से मारने आए थे। हमले में जिला पंचायत सदस्य के ड्राइवर को गोली लगी है। वहीं सुरेंद्र बाल बाल बच गए हैं। गंभीर अवस्था में चालक को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उधर, हमलावर करीब 10 से ज्यादा राउंड फायरिंग कर भाग निकले। सुरेंद्र कालिया ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर हमला करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले कि छानबीन कर रही है।
हरदोई जिले के कछौना प्रथम से सुरेंद्र कालिया और कछौना द्धितीय से उनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं। सोमवार को सुरेंद्र कालिया रेलवे में ठेकेदारी करने वाले जुबेर सिद्दीकी को एक निजी अस्पताल में देखने आए थे। अस्पताल से जुबेर को देखने के बाद वह वापस जा रहे थे। इसी बीच पहले से घात लगाए बदमाशों ने अजंता अस्पताल के सामने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। सुरेंद्र ने किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई। हालांकि गोलीबारी में उनका चालक रूपराम घायल हो गया। रूपराम के पैर व पेट में गोली लगी है। फायरिंग की आवाज सुनकर इलाके में दहशत फैल गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। जानकारी पाकर पहुंची आलमबाग पुलिस ने रूपराम को पहले अजंता अस्पताल में भर्ती कराया।प्राथमिक उपचार के बाद उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।
रेलवे में टेंडर का विवाद आया सामने
हमले के पीछे गैंगवार की आशंका जताई जा रही है। सुरेंद्र ने जौनपुर जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर हमला कराने का आरोप लगाया है। आरोप है कि बाहुबली ने तीन साल में सुरेंद्र को पांच बार धमकी दी है और रेलवे में ठेकेदारी न करने को कहा है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है और गैंगवार की बात से इनकार कर रही है। एडीसीपी मध्य चिरंजीव नाथ सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया हमले के पीछे रंजिश की बात सामने आ रही है। घायल की हालत खतरे से बाहर है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही वारदात का राजफाश कर लिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि सूरेन्द्र पर राजधानी में कुुल छह मुकदमे दर्ज हैं।