मलिहाबादी दशहरी का इंतजार खत्म, अगले सप्ताह से लखनऊ की मंडियों में होगी आम की बहार
रामरहीम ट्रांसपोर्ट के मालिक सगीर अहमद ने बताया कि दिल्ली की मंडी में आम पहुंचना शुरू हो गया है। क्षेत्र से करीब आठ से 10 गाड़ी आम भेजा गया है। कानपुर मंडी के आढ़ती दीपक सुनील ने बताया कि 25 मई के बाद मंडी में आम आने की उम्मीद है।
लखनऊ, [आशीष पांडेय]। दशहरी खाने वालों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। दिल्ली के लिए पहली खेप रवाना होने के साथ ही स्थानीय मंडियों में अगले सप्ताह से आम नजर आने लगेगा। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 20 से 25 मई के बीच आम बाहर की मंडियों में भेजने का सिलसिला शुरू हो गया। शनिवार को फलपट्टी क्षेत्र से आम की पहली खेप दिल्ली मंडी के लिए रवाना हो गई। इसके साथ ही देश की अन्य प्रमुख मंडियों में भी आम शीघ्र पहुंचने लगेगा। उम्मीद है कि आगामी एक सप्ताह के अंदर आम क्षेत्र की लोकल मंडियों लखनऊ, कानपुर, झांसी, मुरादाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, इटावा, बरेली और प्रयागराज में पहुंच जाएगा।
दिल्ली में आम का कारोबार करने वाले रामगोपाल यादव ने बताया कि शुक्रवार को 500 आम की पेटियां दिल्ली मंडी के लिए भेजी गई हैं। रामरहीम ट्रांसपोर्ट के मालिक सगीर अहमद ने बताया कि दिल्ली की मंडी में आम पहुंचना शुरू हो गया है। क्षेत्र से करीब आठ से 10 गाड़ी आम भेजा गया है। कानपुर मंडी के आढ़ती दीपक सुनील ने बताया कि 25 मई के बाद मंडी में आम आने की उम्मीद है।
इस बार खास मंडी नहीं हो पाएगी शुरू
कोरोना की वजह से इस बार आम के मौसम में मलिहाबाद की खास वातानुकूलित मंडी के शुरू होने के आसार नहीं हैं। वजह यह है कि अभी मंडी का एसी प्लांट और बिजली का काम पूरा नहीं हो सका है। यह मंडी देश की पहली एसी फल मंडी है। करीब 70 करोड़ की लागत से तैयार हो रही अत्याधुनिक मंडी में 76 वातानुकूलित दुकानें हैं। ऐसे में आम का कारोबार पुरानी दुबग्गा मंडी से ही किया जाएगा। यहां 60 आढ़तों से थोक का काम होगा। इसके अलावा मलिहाबाद की करीब 400 आढ़तों से भी बिक्री जारी रहेगी।
कोरोना के चलते एसी मंडी का काम धीमा है। आम की फसल करीब है। ऐसे में एसी संयंत्र और बिजली से जुड़े कार्य समय से पूरे नहीं हो पाएंगे। दुबग्गा और मलिहाबाद से ही आम कारोबार आगे बढ़ेगा। - संजय सिंह, सचिव मंडी