दक्षिण भारत दर्शन ट्रेन 27 नवंबर को चलेगी, दक्षिण की अयोध्या होगा रामायण यात्रा का नया पड़ाव
स्लीपर क्लास की इस ट्रेन से रामेश्वरम में रामनाथ स्वामी मंदिर मदुरई में मीनाक्षी मंदिर कोवलम बीच तिरुवनन्तपुरम में पद्मनाभम मंदिर कन्याकुमारी तिरुचुरापल्ली में रंगनाथ स्वामी मंदिर तिरुपति में श्री पद्मावती मंदिर श्री कपिलेश्वरा स्वामी मंदिर इस्कॉन मंदिर श्री कालाहस्ती मंदिर व मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन होंगे।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की दक्षिण भारत दर्शन ट्रेन 27 नवंबर को रवाना होगी। यह यात्रा नौ दिसंबर को वापस लखनऊ आकर समाप्त होगी। इस पैकेज का मूल्य प्रति व्यक्ति 12,285 रुपये होगा। वहीं प्रभु श्रीराम से जुड़े धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए सात नवंबर से शुरू हुई रामायण यात्रा में अब एक नया पड़ाव भद्रचलम में सीता रामचंद्रन स्वामी मंदिर और अंजनेय स्वामी मंदिर होगा। इसको दक्षिण की अयोध्या के रूप में जाना जाता है।
स्लीपर क्लास की इस ट्रेन से रामेश्वरम में रामनाथ स्वामी मंदिर, मदुरई में मीनाक्षी मंदिर, कोवलम बीच, तिरुवनन्तपुरम में पद्मनाभम मंदिर, कन्याकुमारी, तिरुचुरापल्ली में रंगनाथ स्वामी मंदिर, तिरुपति में श्री पद्मावती मंदिर, श्री कपिलेश्वरा स्वामी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, श्री कालाहस्ती मंदिर व मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन होंगे। ट्रेन में बैठने की सुविधा सूबेदार गंज, प्रयाग जंक्शन, प्रतापगढ़ जंक्शन, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, कानपुर, इटावा, भिंड, ग्वालियर व झांसी से उपलब्ध होगी। आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि इस पैकेज में नाश्ता, दोपहर व रात्रि का शाकाहारी भोजन, बसों से स्थानीय भ्रमण व धर्मशालाओं में ठहरने की व्यवस्था विभाग करेगा। इस यात्रा की बुकिंग गोमतीनगर पर्यटन भवन स्थित आइआरसीटीसी कार्यालय व बेवसाइट www.irctctourism.com पर भी की जा सकेगी। वहीं, आइआरसीटीसी के नंबर 8287930913/8287930915/8287930916 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
भद्रचलम में सीता रामचंद्रन स्वामी मंदिर और अंजनेय स्वामी मंदिर के होंगे दर्शन : रामायण यात्रा में अब एक नया पड़ाव भद्रचलम में सीता रामचंद्रन स्वामी मंदिर और अंजनेय स्वामी मंदिर होगा। इसको दक्षिण की अयोध्या के रूप में जाना जाता है। श्रद्धालुओं ने भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) को इन दोनों स्थलों को भी जोडऩे का सुझाव दिया था। भद्रचलम तेलांगना के खम्मम जिले में स्थित है। मान्यता है कि भगवान राम इस जगह पर ठहरे थे। रामायण यात्रा में इसे शामिल करने के साथ आइआरसीटीसी ने दर्शन से जुड़ी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पहली ही रामायण यात्रा में इसे जोड़ा गया है। रामेश्वरम से दिल्ली लौटते समय सीता रामचंद्रन स्वामी मंदिर और अंजनेय स्वामी मंदिर के दर्शन यात्रा के 16वें दिन होगा। पहली ही यात्रा में लोगों का उत्साह देखते बन रहा है। इसे देखते हुए आइआरसीटीसी ने अब 12 दिसंबर को दूसरी यात्रा की शुरुआत दिल्ली सफदरजंग से करने का निर्णय लिया है। इसकी बुकिंग भी शुरू हो गई है। आइआरसीटीसी के जनसंपर्क अधिकारी आनंद कुमार झा का कहना है कि दक्षिण भारत में प्रभु श्रीराम से जुड़े दो नए धार्मिक स्थल के जुडऩे से रामायण यात्रा का आकर्षण और बढ़ जाएगा।