Dainik Jagran Facebook Live: छह माह तक के बच्चे को मां का दूध ही पिलाएं', समय से लगवाएं टीके
दैनिक जागरण लखनऊ के फेसबुक एक्टिविटी पेज पर यूनिसेफ की हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ. कनुप्रिया सिंघल लाइव थीं। इस दौरान उन्होंने लोगों से चाइल्ड हेल्थ टॉक विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिला के गर्भवती होने पर उसके खान- पान का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।
लखनऊ, जेएनएन। किसी भी देश की तरक्की, उस देश के बच्चों पर निर्भर होती है। बच्चों का भविष्य क्या होगा, ये उनके स्वास्थ्य पर निर्भर होता है। बच्चा स्वस्थ और तंदुरुस्त रहें, इसके लिए हमें जन्म से ही उनकी देखभाल करते रहना चाहिए।
दैनिक जागरण लखनऊ के फेसबुक एक्टिविटी पेज पर यूनिसेफ की हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ. कनुप्रिया सिंघल लाइव थीं। इस दौरान उन्होंने लोगों से चाइल्ड हेल्थ टॉक विषय पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि महिला के गर्भवती होने पर उसके खान- पान का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। इस अवस्था में अगर मां का ध्यान नहीं रखा गया तो उसका असर होने वाले बच्चे पर पड़ सकता है। छह माह तक के बच्चे के लिए मां का दूध आवश्यक है।साथ ही बच्चों को समय- समय पर टीके भी लगवाते रहना चाहिए। बच्चे कि सुरक्षा केवल मां की ही नहीं बल्कि पूरे परिवार की जिम्मेदारी है। सभी को उसकी देखभाल करनी चाहिए।
खानपान और स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखें
पोषण का मानसिक रूप में भी असर पड़ता है। 18 माह से लेकर पांच साल तक के बच्चों के मस्तिष्क का तेजी से विकास होता है। जो माताएं बच्चों को स्तनपान नहीं कराती हैं और संतुलित आहार नहीं देती, उनके बच्चों का बौद्धिक विकास भी कम होता है। ऐसे में बच्चों के खानपान और स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है।