लखनऊ में साइबर जालसाज सक्रिय, चार लोगों से हड़पे 15 लाख; आप रहे सावधान
लखनऊ आलमबाग कोतवाली में लोको से सेवानिवृत्त कर्मचारी ने दर्ज कराई एफआइआर। ग्रैच्युटी से मिली रकम निवेश करने पर मुनाफे का झांसा देकर जालसाजी। साइबर अपराधियों ने तीन अन्य लोगों के खातों से निकाली रकम। पीड़ितों की एफआइआर पर पुलिस छानबीन कर रही है।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी लखनऊ में जालसाजों ने चार लोगों के खाते से 15 लाख 86 हजार रुपये हड़प लिए। गढ़ी कनौरा आलमबाग निवासी जगन्नाथ प्रसाद विश्वकर्मा के मुताबिक लोको वर्कशाप से वर्ष 2019 में वह सेवानिवृत्त हुए थे। आरोप है कि एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस का बिजनेस मैनेजर बताने वाले नागेंद मिश्र से उनकी मुलाकात हुई थी।
नागेंद ने ग्रैच्युटी से मिली रकम निवेश करने पर मुनाफे का झांसा दिया। झांसे में आकर पीड़ित ने 14 लाख रुपये निवेश कर दिए। आरोपित ने पीड़ित को फर्जी रसीद भी थमा दी। इसी बीच नागेंद्र को पुलिस ने धोखाधड़ी में गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद पीड़ित को ठगी की जानकारी हुई। पीड़ित जगन्नाथ की तहरीर पर पुलिस ने आलमबाग कोतवाली में एफआइआर दर्ज की है।
उधर, सोसाइटी कॉलोनी सरोजनीनगर निवासी आरती शर्मा शुक्रवार को रुपये निकालने एटीएम बूथ पर गई थीं। इस बीच एक युवक ने मदद का झांसा देकर उनका एटीएम कार्ड बदल लिया। इसके बाद 35 हजार रुपये निकाल लिए। पुलिस के मुताबिक सीसी फुटेज में एक युवक कमरे में कैद नजर आया है, जिसकी तलाश की जा रही है। वहीं रेलवे कॉलोनी आलमबाग निवासी विक्रम कुमार को फोन कर एक ठग ने खुद को बैंककर्मी बताया और खाते की जानकारी ले ली। इसके बाद तीन बार में 90 हजार रुपये पार कर दिए। यही नहीं सरसवां अर्जुनगंज में रहने वाले अधिवक्ता जितेंद्र यादव के खाते से 59 हजार रुपये निकल गए। पीड़ितों की एफआइआर पर पुलिस छानबीन कर रही है।
सावधान, फोन पर न दें खाते की जानकारी
अगर आपको साइबर अपराधियों से बचना है तो फोन पर किसी से भी खाते की जानकारी साझा न करें। बैंक कभी भी खाते की जानकारी फोन पर नहीं लेता है। एटीएम बूथ में अगर कोई व्यक्ति आपकी मदद करने का झांसा देता है तो आप सावधान हो जाएं। वह शख्स मददगार के रूप में जालसाज भी हो सकता है। ऐसे में सतर्कता बरतें।